विघ्न विनाशक भगवान गणेश के स्वरूप का ध्यान करने से सारे विघ्नो का होता जाता अंत:

दर्शनों से मिलता पुण्य लाभ,कार्यों को बनाते सफल
 
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विघ्न विनाशक भगवान गणेश के स्वरूप का ध्यान करने से सारे विघ्नो का होता जाता अंत: दर्शनों से मिलता पुण्य लाभ, कार्यों को बनाते सफल -

किसी भी काम को करने से पहले भगवान गणेश की आराधना की जाती है, जिससे हर कार्य बिना रुकावट के पूर्ण हो सके l 

इसलिए हम श्री गणेश को प्रसन्न करने में लग जाते हैं l क्योंकि मानता है कि कोई सच्चे और शुद्ध ह्रदय से भगवान श्री गणेश की आराधना करता है या स्मरण करता है तो गणेश बब्बा की कृपा दृष्टि जरूरत बरसती है l इसलिए लोग सबसे पहले उनकी आराधना और आरती करते हैं l जिससे उनके सारे कार्य सफल हो जाते हैं l भगवान गणेश सदैव अपने भक्तों पर कृपा बरसाते और कार्यों को सफल बनाते हैं l भगवान श्री गणेश को प्रथम पूज्य का दर्जा प्राप्त है l जिस कारण प्रत्येक पूजा की शुरुआत उनके आव्हान से होती है l आवाहन के साथ ही पूजा के पहले श्री गणेश जी का स्वास्तिक बनाया जाता है l 

इसके बनाने के पीछे का कारण प्रथम पूज्य देव होना है l स्वास्तिक बनाकर पूजा करने से समस्त धर्म कर्म सफल होते हैं और जिन मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पूजा की जाती है, वह सफल होती है l अगर बनाते समय थोड़ी सी गलती हो जाए तब सारी पूजा व्यर्थ मानी जाती है l श्री गणेश भगवान का ध्यान कर स्वास्तिक बनाया जाता है l स्वास्तिक कभी भी अधूरा ना बनाएं l श्री गणेश भगवान सारी समस्याओं का समाधान करते हैं l उनकी आकृति में सुखी जीवन के सभी उपाय चुके हैं, उनका ध्यान करने से सारे विघ्नों का अंत हो जाता है।