बड़ी खबर : नवाज शरीफ को किसके इशारे पर हुई थी जेल? खुल गया बड़ा राज

नवाज शरीफ को किसके इशारे पर हुई थी जेल? खुल गया बड़ा राज
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इमरान खान को पाकिस्तान की सत्ता में लाने के लिए सेना, पूर्व चीफ जस्टिस ने मिलकर साजिश रची थी, ये आरोप एक पाकिस्तानी खोजी वेबसाइट ने लगाया है. वेबसाइट ने एक ऑडियो क्लिप भी जारी की है, जिसे उस वक्त चीफ जस्टिस रहे साकिब निसार का बताया जा रहा है.

इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में एक वायरल ऑडियो को लेकर बवाल मचा हुआ है. ये ऑडियो पूर्व चीफ जस्टिस साकिब निसार (Saqib Nisar) का बताया जा रहा है, जिसमें वो नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज (Nawaz Sharif & Maryam Nawaz) को जेल में डालने का आदेश देते सुनाई दे रहे हैं. साकिब निसार ने अपनी बातचीत में ‘इंस्टीट्यूशन’ शब्द का इस्तेमाल किया है. पाक में सेना और ISI को इस नाम से संबोधित किया जाता है. इससे साफ होता है कि सेना के इशारे पर ही नवाज शरीफ को जेल हुई थी. हालाकि, वायरल ऑडियो की सत्यता की पुष्टि स्वतंत्र रूप से नहीं हो सकी है. वहीं, पूर्व चीफ जस्टिस का कहना है कि ऑडियो से छेड़छाड़ की गई है.

‘फैक्ट फोकस’ ने किया ये दावा। 

‘ट्रिब्यूनल’ की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व चीफ जस्टिस साकिब निसार (Saqib Nisar) ने वायरल ऑडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए उसे मनगढ़ंत और तथ्यों से विपरीत करार दिया है. उन्होंने कहा है कि मैंने ऑडियो सुना है और ये पूरी तरह फेक है. इससे पहले, पाकिस्तानी खोजी वेबसाइट ‘फैक्ट फोकस’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसे यह ऑडियो करीब दो महीने पहले मिला था. साइट ने दावा किया कि इस ऑडियो की मल्टीमीडिया फोरेंसिक में विशेषज्ञता रखने वाली एक प्रमुख अमेरिकी फर्म गैरेट डिस्कवरी से जांच करवाई गई है. 

वेबसाइट का कहना है कि इस अमेरिकी फर्म ने अपनी रिपोर्ट में इस ऑडियो फाइल की सत्यता की पुष्टि की है. इसका अर्थ है कि इस फाइल के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है. हालांकि, आवाज की सत्यता को लेकर किसी तरह की पुष्टि नहीं हुई है. इस रिकॉर्डिंग को 25 जुलाई, 2018 के आम चुनाव से ठीक पहले का बताया जा रहा है. उस समय नवाज शरीफ के खिलाफ जवाबदेही अदालत में सुनवाई चल रही थी.

‘सजा होनी चाहिए, भले ही अनुचित लगे’। 

ऑडियो में पूर्व चीफ जस्टिस साकिब निसार किसी व्यक्ति को निर्देश देते सुने जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि मियां साहिब (नवाज शरीफ) और उनकी बेटी (मरियम नवाज) को सजा दी जानी चाहिए, भले ही यह अनुचित हो. यह उचित है या नहीं, यह करना होगा. योग्यता की परवाह किए बिना, हमें यह करना होगा और यहां तक कि उनकी बेटी के लिए भी. जब उस व्यक्ति ने कहा कि बेटी को सजा नहीं दी जा सकती, तो मुख्य न्यायाधीश निसार ने जवाब दिया कि आप बिल्कुल सही हैं. मैंने दोस्तों से बात की कि इस बारे में कुछ किया जाए लेकिन वे नहीं माने. ‘इंस्टीट्यूशन’ इमरान खान को सत्ता में लाना चाहता है.  

मुझ पर किसी का कोई दबाव नहीं था’। 

पूर्व जस्टिस साकिब निसार ने कहा कि नवाज शरीफ या उनकी बेटी के खिलाफ फैसला सुनाने का आदेश देने के लिए उन्होंने जवाबदेही अदालत के किसी जज से कभी संपर्क नहीं किया था. उन्होंने कहा कि मैं ऐसा क्यों करूंगा, मुझे मियां नवाज शरीफ से कोई शिकायत नहीं है. पाकिस्तानी सेना या आईएसआई की ओर से किसी ने भी उनसे संपर्क नहीं किया या इस मामले में उन पर दबाव नहीं डाला. वहीं, इस ऑडियो को लेकर बवाल मच गया है.