बेलहा बाबा तिलखंन क्रिकेट टूर्नामेंट का हुआ आगाज -

बेलहा बाबा तिलखंन क्रिकेट टूर्नामेंट का हुआ आगाज -
 
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शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल जीवन के अहम हिस्सा सरिता पांडे -

सिरमौर - जनपद पंचायत सिरमौर अंतर्गत बेलहा बाबा तिलखंन क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारंभ सीता प्रसाद शर्मा स्मृति संस्थान कीअध्यक्ष सरिता प्रमोद पांडे के मुख्य अतिथि में  टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का आगाज हुआ।  इस मौके पर क्रिकेट टूर्नामेंट के अध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह एवं उपाध्यक्ष आशीष सिंह अमहा ने अतिथियों को सम्मानित किया। 

क्रिकेट टूर्नामेंट अध्यक्ष ने बताया कि टूर्नामेंट में कुल 10 टीमें हिस्सा लेंगी। 30 नवम्बर को फाइनल मैच खेला जाएगा एवम कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में विशेष ध्यान रखा गया है। मास्क एवं सैनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा दर्शकों को के लिए सोशल डिस्टेंस का भी पालन किया गया है। वहीं आजके मुख्यातिथि श्रीमती सरिता प्रमोद पांडेय द्वारा अपने वक्तव्य में कहा गया कि जिस तरह मनुष्य को जीवन जीने के लिए भोजन जरूरी है ठीक उसी प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल भी जरूरी है। खेल के माध्यम से आपस में भाईचारा बढता है। खेल शिक्षा का भी एक अंग है। खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। हारने वाले को जीतने के लिए तथा जीतने वाले को जीत बरकरार रखने के लिए खेलना चाहिए।

क्रिकेट देश में काफी लोकप्रिय खेल है और लगभग हर घर में इसके प्रेमी मिल जायेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। अच्छा खिलाड़ी छोटे गांवों से भी निकल कर देश का नाम रोशन कर सकता है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो हम सब लोगो के दिलो में राज करता है,यह खेल के प्रसंशकों के बीच बहूत उत्साह एवम उन्माद पैदा करने वाला एकलौता खेल है। अपने देश मे क्रिकेट एक धर्म की तरह है। यहां तक कि खिलाड़ियों को भगवान माना जाता है और अपने देश भर में सबसे ज्यादा देखा जाने बाला खेल है। जब अन्तर्राष्ट्रीय मैच होते हैं तो लोग अपने कार्यालयों एवम स्कूलों में भी याद करने को विवश हो जाते हैं। 

क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो बच्चों से लेकर बयस्कों को एकजुट करता है,जब भी भारतीय टीम खेल रही होती है तो हर कोई क्रिकेट स्कोर का हिसाब रखता है। क्रिकेट केवल एक खेल ही नहीं बल्कि हमारे और आप सभी के बीच एक भावना है जो लोगो को परस्पर एकजुट करता है और खेल भावना को बनाये रखता है।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से छोटेलाल पांडेय दोहा, श्री कृष्ण द्विवेदी (लाला बड़गियां) रविराज विष्वकर्मा एवम कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।