दिग्गी राजा के गढ़ को नहीं भेद पाई भाजपा! -

19 नगरीय निकायों का परिणाम घोषित -
 
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दिग्गी राजा के गढ़ को नहीं भेद पाई भाजपा! - 

भोपाल । मध्यप्रदेश में 20 जनवरी को हुए 19 नगरीय निकायों का परिणाम आज घोषित हो गए। 19 निकायों में से बीजेपी को 11और कांग्रेस को 8 निकायों में जीत मिली है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गृह नगर राघौगढ़ नगर पालिका के 24 वार्डों में से 16 पर कांग्रेस जीती है। सुबह 9 बजे से शुरू हुई मतगणना लगभग 1 बजे खत्म हुई। अंतिम परिणाम में 19 निकायों में से भाजपा को 11 और कांग्रेस को 8 निकायों में जीत मिली है। 5 जिलों के 19 निकायों में 20 जनवरी को 67 फीसदी वोट डाले थे। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गृह नगर राघौगढ़ नगर पालिका के 24 वार्ड में से 16 पर कांग्रेस जीती तो वहीं 8 पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। इसके साथ ही पीथमपुर नगर पालिका में भी कांग्रेस विजयी रही।

कौन कहां जीता?
बड़वानी में 14 पर भाजपा और 10 पर कांग्रेस जीती। राघौगढ़ की 24 सीट में से 16 पर कांग्रेस 8 में भाजपा विजयी हुई। पीथमपुर में 29 वार्ड में से 17 पर कांग्रेस जीती तो 12 में भाजपा, सेंधवा नगर पालिका 24 वार्ड में से 19 पर भाजपा 5 पर कांग्रेस जीती। राजगढ़ में कांग्रेस के 9 भाजपा के 4 उम्मीदवार जीते। कांग्रेस के दिग्गज नेता बाला बच्चन के क्षेत्र में भाजपा जीती और कांग्रेस को हार मिली। राजपुर नगर परिषद में 11 पर भाजपा 4 पर कांग्रेस जीती।
मनावर में 40 साल बाद कांग्रेस जीती, लेकिन परिषद गंवाई। 15 में से 9 पर भाजपा, 6 पर कांग्रेस। वहीं खाद्य मंत्री बिसाहूलाल के गढ़ में निर्दलीय निर्णायक। अनूपपुर की जैतहरी नगर परिषद के सभी 15 वार्डों के रिजल्ट आए। यहां 7 वार्ड में भाजपा 6 पर कांग्रेस और दो पर निर्दलीय जीते।

मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक इन चुनावों में धार में सबसे ज्यादा 65 फीसदी तो वहीं पीथमपुर में सबसे कम 59 फीसदी मतदान हुआ। 5 दिनों की 19 नगरीय निकायों के 343 वार्ड पर चुनाव हुए थे।

गौरतलब है कि राघौगढ़ में एक ओर जहां भाजपा की तरफ से पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कमान संभाल रखी थी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की तरफ से राघौगढ़ के विधायक जयवर्धन सिंह अकेले ही चुनावी मैदान में खड़े हुए थे। हालांकि पिछली बार की अपेक्षा इस बार भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 8 सीटें हासिल की है। पिछली बार 24 में से महज 4 सीट भाजपा के खाते में गई थी। इस बार चार अतिरिक्त सीट जीती है।

प्रदेश की जिन 19 निकायों के लिए मतदान हुआ है। उनमें गुना की राघौगढ़ नगर पालिका, धार की धार, पीथमपुर और मनावर, बड़वानी की बड़वानी और सेंधवा नगरपालिका, अनूपपुर की जैतहरी, खंडवा की ओंकारेश्वर, बड़वानी की पानसेमल, खेतिया, पलसूद, राजपुर और अंजड़, धार की धरमपुरी, धामनोद, कुक्षी, राजगढ़, सरदारपुर और डही नगर परिषद शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में 347 निकायों में से भारतीय जनता पार्टी ने 256 में जीत दर्ज की। 7 बड़े शहरों में पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ। नगर पालिका में भाजपा ने 76 में से 57 पर कब्जा किया। जो कि पिछली बार से 4 सीट ज्यादा है। कांग्रेस 18 नगर पालिकाएं जीती थीं। निर्दलीयों और तीसरे मोर्चे को इस बार सिर्फ 1 नगर पालिका में बहुमत मिला। वहीं नगर परिषदों में 255 में से 190 पर भाजपा का कब्जा हुआ था। भाजपा कह रही है कि नगरीय निकाय चुनावों में जीत इसलिए हुई है, क्योंकि सरकार ने गरीबों की तरफ देखा है, लेकिन राहुल गांधी की यात्रा जिन क्षेत्रों से निकली वहां पर कांग्रेस को झटका लगा है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने नगरीय निकाय चुनाव में धनबल, बाहुबल और जनता पर दवाब बनाकर चुनाव जीता है। कांग्रेस का दावा है कि निकाय चुनाव ये बता रहे हैं कि भाजपा सरकार का अब वक्त खत्म हो चुका है। 2023 में जनता भाजपा को उखाड़ा फेकेंगी। क्रेडिट देशराग