नगर परिषद मनगवां अध्यक्ष पद को लेकर कशमकश -

जो महिला निर्णय लेने की क्षमता रखती हो उसी को चुनाव जिताने का प्रयास किया जाएगा -
 
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नगर परिषद मनगवां अध्यक्ष पद को लेकर कशमकश -

रीवा। नगर परिषद मनगवां अध्यक्ष पद को लेकर लोगों की चर्चाओं में मामला गरम है वर्तमान आरक्षण को देखते हुए भाजपा कांग्रेस और बहुजन वोटर को साधने में लगे हैं जनता की पहली पसंद पढ़ी-लिखी योग्य महिला जो निर्णय लेने की क्षमता रखती हो उसी को चुनाव जिताने का प्रयास किया जाएगा।

भाजपा से प्रबल दावेदारों में श्रीमती मनोज द्विवेदी पति श्री शशिधर द्विवेदी आप श्री जगजीवन लाल तिवारी की भांजी है पूर्व सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष भी रहे हैं श्री जगजीवन लाल तिवारी का राजनीतिक पृष्ठभूमि मजबूत रहा है वही श्रीमती नीलम प्रमोद उरमलिया भारतीय जनता पार्टी से प्रबल दावेदारी है आप नगर परिषद मनगवां का नेतृत्व कर रहे हैं देवतालाब विधायक मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष माननीय गिरीश गौतम जी के रिश्तेदार एवं करीबी माने जाते हैं जनता के बीच अच्छी पकड़ मानी जाती है पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष सुशीला मिश्रा की बहू श्रीमती नेहा संतोष मिश्रा की दावेदारी भारतीय जनता पार्टी से अध्यक्ष पद के लिए मजबूत है पूर्व में आपके यहां से नगर परिषद मनगवां का नेतृत्व किया जा चुका है युवा नेतृत्व क्षेत्र में अपनी अच्छी पहचान रखते हैं श्रीमती दीपिका संतोष तिवारी आप क्षेत्र में छोटे गरीब असहाय वर्ग को साधने में अच्छी पकड़ रखते हैं व्यापारियों के बीच अच्छी पैठ है कुशल राजनीतिकार है भारतीय जनता पार्टी से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बन सकते हैं, तत्कालीन पार्षद सामान्य सीट से चुनाव जीतकर पार्षद बनी श्रीमती कुसुम लता वर्मा इस बार अध्यक्ष पद में मजबूत दावेदारी कर सकती हैं क्योंकि पढ़ी लिखी सुयोग्य एवं नगर परिषद का नेतृत्व स्वयं कर रही हैं जनता में अच्छी पकड़ है सामान्य सीट से पिछड़ा वर्ग का परचम लहराया है और इस बार भी अध्यक्ष पद में भारतीय जनता पार्टी अगर विश्वास करती है और मौका देगी तो अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार होने के नाते चुनाव जीतकर आ सकती हैं क्योंकि वर्तमान में मनगवां की परिस्थिति बदल चुकी है अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति का वोट बैंक भाजपा के साथ है वही हिंदू मुस्लिम वोट बैंक को साधना टेढ़ी खीर हो गई है कुछ लोगों के ऊपर गुटबाजी का आरोप है जिससे मनगवां क्षेत्र में विवाद की स्थिति निर्मित है।

नगर परिषद मनगवां क्षेत्र में कांग्रेश की मजबूत पकड़ बना सकती है भाजपा के लिए टेढ़ी खीर -

भारतीय कांग्रेस पार्टी मनगवां क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ रखती है सामान्य वर्ग का वोटर अधिकतर कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ा हुआ होता है यहां पर गुटबाजी के चलते कई बार कांग्रेस को मौका मिला है नगर परिषद गठन के बाद प्रथम अध्यक्ष श्री बाबादीन वर्मा मनोनीत अध्यक्ष बनाए गए थे तब स्वर्गीय श्री यमुना प्रसाद शास्त्री जी का मनगवां क्षेत्र में राजनीतिक दखल होती थी उसके बाद स्वर्गीय श्री युत श्रीनिवास तिवारी का दबदबा क्षेत्र में बड़ा और कई अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के बनते चले गए नगर परिषद मनगवां में श्रीमती अरुणा संतोष तिवारी भाजपा के चुनाव से जीत कर अध्यक्ष बने तब मनगवां क्षेत्र में विधायक वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम जी रहे जिनके संरक्षण में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की अध्यक्ष श्रीमती अरुणा तिवारी बनी उसके बाद फिर कांग्रेस पार्टी ने अपना परचम लहराया इस स्थिति में कांग्रेश से श्रीमती सविता शरदचंद्र तिवारी, श्रीमती प्रियंका तिवारी, श्रेष्ठता शर्मा पिता श्री महेंद्र शर्मा सामान्य जाति वर्ग में एवं गरीबों के बीच अच्छी मजबूत पकड़ है ऐसी स्थिति में देखना होगा वर्तमान सरकार के योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के बाद नगर परिषद क्षेत्र में जनता किसको मौका देती है।

अध्यक्ष पद का चुनाव पार्षदों से हुआ तो क्या होगा प्रबल दावेदारों का -

नगर परिषद मनगवां में अध्यक्ष पद का चुनाव अगर पार्षदों के माध्यम से हुआ तो कई प्रबल दावेदार मैदान के बाहर होंगे क्योंकि पार्षद का चुनाव हारना मतलब अपना राजनीतिक कैरियर समाप्त करना यह खतरा नहीं लेना चाहते नेता क्योंकि सामान्य महिला अध्यक्ष पद होने के बाद कई नेताओं ने अध्यक्ष पद के सीधा चुनाव होने पर अपनी अपनी प्रबल दावेदारी जनता के बीच प्रस्तुत की है पर जिस तरीके से एग्जिट पोल आ रहे हैं की पार्षद के माध्यम से अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा उससे कई बड़े नेताओं की सांसें फूलने लग गई है कुछ नेता वार्ड के चयन में दिमाग लगा रहे हैं कुछ नेता अपनी अपनी टीम बनाने में लग गए हैं देखना होगा की जनता इस बार किस का चुनाव करती है..?