REWA में समाजसेवी का ऐसा जुनून की 20 हजार से ज्यादा लोगो के ऑखों का करा चुके हैं उपचार,विंध्य में जनसेवा के क्षेत्र में बने मिशाल -

20 हजार से ज्यादा लोगो के ऑखों का करा चुके हैं उपचार -
 
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REWA में समाजसेवी का ऐसा जुनून की 20 हजार से ज्यादा लोगो के ऑखों का करा चुके हैं उपचार,विंध्य में जनसेवा के क्षेत्र में बने मिशाल - 

रीवा। व्यक्ति के अंदर जुनून हो व कुछ करने का माद्दा हो तो वह बड़ा से बड़ा कार्य कर सकता है, इसकी बानगी हमें रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान ग्राम मे देखने को मिलती है। यहॉ निवास करने वाले विनय गुप्ता में लोगो की सेवा करने का ऐसा जुनून है कि आज रायपुर कर्चुलियान या आस पास के ग्रामों मे कोई भी व्यक्ति मोतिया बिन्द की बीमारी से ग्रसित नही मिलता है। विनय व उनकी छोटी सी टीम ने अभी तक रायपुर कर्चुलियान व आसपास के ग्रामों में 100 से ज्यादा मासिक नेत्र शिविर लगाकर बीस हजार से ज्यादा लोगो का नेत्र परीक्षण कराया है। जिसमें 2000 से ज्यादा लोगो का मोतियाबिन्द का सफल आपरेशन कराकर उनके जीवन में साफ-सुथरा उजियारा प्रदान किया गया है। इन शिविरों के माध्यम से सभी जरूरतमंदों को निःशुल्क चश्मा व दवाईयों का भी वितरण कराया गया है।

विनय बताते है कि समाज सेवा का जुनून उन्हे बचपन से था, किन्तु उसे जमीन मे उतारने का सही अवसर म.प्र.जन अभियान परिषद की प्रस्फुटन योजना से मिला। परिषद ने 2013 में रायपुर कर्चुलियान में ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति का गठन किया, जिसमें उन्हे अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौपी गई। ये एक ऐसा प्लेटफार्म था, जिससे जुड़कर उन्होने ग्राम में सामाजिक विकास के बहुत सारे सामाजिक सेवा के कार्य प्रारंभ किये। वह कहते है कि उनकी समिति के द्वारा अभी तक ग्राम में 1000 से ज्यादा पौधे रोपकर उन्हे बड़ा किया है। ग्राम में महाना नदी में 4 जगहों पर 1000 से ज्यादा बोरियों का बंधान बनाकर जल संरक्षण के लिए कार्य किये गये है।

 प्रयागराज-बनारस हाईवे में कोरोना काल मे वर्ष 2020-21 में प्रवासी मजदूरों व आम नागरिकों के लिए निःशुल्क भोजन शिविर लगाये गये जिसमें 18000 से ज्यादा जरूर तमंदों को निःशुल्क भोजन कराया गया। ग्राम में महिला सशक्तीकरण व स्बाबलंबन की दिशा में भी रूई की बाती बनाकर महिलाओं के माध्यम से एक छोटा सा अभियान प्रारंभ किया गया है। ग्राम में महिलाओं के लिए गरबा महोत्सव जैसे कार्यक्रमों का भी आयोजन प्रारंभ किये गये है। ग्राम में स्वच्छता, उर्जा संरक्षण सहित कई अभियान संचालित किये जा रहे है। ग्राम के 5-10 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए बाल संस्कार केन्द्र का भी संचालन किया जा रहा है, जिसमें प्राणायाम, खेलकूद व नैतिक व सामान्य ज्ञान के बारें में जानकारी दी जाती है, बाल संस्कार केन्द्र मे 40 से 50 बच्चे नियमित रूप से आते है।

विनय बताते है कि समिति के मार्गदर्शक रहे कैलाश प्रसाद त्रिपाठी जी व स्व.नीलकंठ गुप्ता ने रीवा मेडिकल कालेज के छात्रों के अध्ययन के लिए अपने अपना शरीर दान करने की इच्छा व्यक्त की गई, जिसे उनकी इच्छा अनुसार मृत्यु के उपरॉत मेडिकल कालेज रीवा को सौप दिया गया। साथ ही विनय की माता जी स्व. बेलिया देवी गुप्ता द्वारा अपना नेत्रदान किया गया है। यह मुहिम ग्राम में सतत जारी है। ग्राम के निवासी गिरधारी लाल गुप्ता व सोमनाथ साकेत बताते है कि उन्हे मोतियाबिन्द के कारण पूरी तरह से दिखना बंद हो गया था, विनय के प्रयास से उनके मोतियाबिन्द का आपरेशन हुआ, आज वह अपनी आखों से पूरी तरह साफ सुथरा देख पा रहे है। इसी तरह नजदीकी गुडगॉव ग्राम की सुनीता बसोर बताती है कि उनकी दोनो आख में मोतियाबिन्द था, उन्हे पूरी तरह दिखना बंद हो गया था, किन्तु विनय गुप्ता के प्रयासों से आपरेशन के बाद वह पूरी तरह से देख पा रही है।
क्रेडिट - Harit Prawah