जीवन वही है जो दूसरों के काम आए: देहदान के "महारथी' सतना में 25 लोगों ने लिया देहदान का संकल्प -

जीवन वही है जो दूसरों के काम आए -
 
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जीवन वही है जो दूसरों के काम आए: देहदान के "महारथी' सतना में 25 लोगों ने लिया देहदान का संकल्प -

सतना। मध्यप्रदेश सतना जिले में देह दान के लिए 24 लोग हुए संकल्पित, इस संकल्प में 6 दंपति भी शामिल हैं, इन सभी की माने तो जीवन वही है जो दूसरों के काम आए, सतना की अमर ज्योति नामक समाज सेवी संस्था के माध्यम से सभी ने देह दान का संकल्प लिया।

अभी तक आप लोगो ने नेत्र दान रक्तदान के बारे में खूब सुना होगा या जाना होगा लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि मानव रूपी देह को भी आप दान कर सकते हैं, आपका जवाब होगा नहीं, लेकिन हम बात कर रहे हैं ऐसी ही एक समाज सेवी संस्था की जो मध्यप्रदेश के सतना जिले में अमर ज्योति नाम से संचालित हो रही है।

इस संस्था के माध्यम से सतना जिले के 24 लोगों ने अपना दे दान करने का संकल्प लिया है इस अंकल में 24 में से 6 दंपत्ति भी शामिल है, संकल्प लेने वाले 24 लोगों में से करीब 40 वर्ष से लेकर 75 वर्ष तक के लोगों ने दे दान की प्रक्रिया पूरी की है।

देहदान की यह प्रक्रिया अमर ज्योति संस्था के द्वारा वर्ष 2018 से शुरू की गई थी, इसमें सबसे पहले फॉर्म भरा जाता है, जिसके बाद फॉर्म में 2 परिजनों के सहमति और शपथ पत्र लगता है, और यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद मेडिकल कॉलेज में फार्म संलग्न किया जाता है, और मृत्यु के बाद अमर ज्योति संस्था के द्वारा मनुष्य के शरीर को मेडिकल कॉलेज को सौंप दिया जाता है।

देहदान करने के पीछे तर्क है आत्मा तो नश्वर है, जबकि शरीर को राख में मिल जाना है, ऐसे में क्यों न देहदान कर दिया जाए, जिससे मेडिकल के स्टूडेंट कुछ नया सीख सकें, गौरतलब है कि पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेजों को दिया जाता है जिसमें मेडिकल स्टूडेंट प्रैक्टिकल करते हैं।

अमर ज्योति नामक समाज सेवी संस्था वर्ष 2013 से संचालित हो रही है, इस संस्था द्वारा प्रमुखता सबसे पहले नेत्रदान की शुरुआत की गई थी, अभी तक इस संस्था द्वारा 632 नेत्रदान कराए जा चुके हैं, वही अब इस संस्था द्वारा देहदान की शुरुआत वर्ष 2018 से की गई, अभी तक 24 लोगों ने देहदान का संकल्प ले लिया है।