MP: लोकायुक्त ने बिजली कंपनी के 2 अधिकारी को जारी किया नोटिस,आईपीडीएस और सौभाग्य योजना में करोड़ों रुपए घोटाले की शिकायत -

आईपीडीएस और सौभाग्य योजना में करोड़ों रुपए घोटाले की शिकायत -
 
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MP: लोकायुक्त ने बिजली कंपनी के 2 अधिकारी को जारी किया नोटिस,आईपीडीएस और सौभाग्य योजना में करोड़ों रुपए घोटाले की शिकायत -

इंदौर। इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने पश्चिम क्षेत्र विद्युत (बिजली) वितरण कंपनी के दो अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। आईपीडीएस और सौभाग्य योजना में करोड़ों रुपए के घोटाले की लोकायुक्त में शिकायत हुई है।

दरअसल पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी में आईपीडीएस योजना के तहत 520 करोड रुपए के बिजली के काम होने थे। और सौभाग्य योजना के तहत 900 करोड़ से ज्यादा के मध्य प्रदेश में काम होना थे। दोनों ही योजनाओं में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों की मिली भगत से डबल बिल पास कराने की शिकायत लोकायुक्त में हुई है। लोकायुक्त ने पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए तत्कालीन प्रोजेक्ट डायरेक्टर एस एल कारवाडिया और तत्कालीन सुपरिटेंडेंट इंजीनियर धर्मेंद्र पाटीदार को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। शिकायतकर्ता ने पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री कार्यालय तक की है। इसके पहले भी आईपीडीएस घोटाले में कई शिकायतें ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त में पेंडिंग पड़ी हुई है। जिस पर अब तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके साथ ही पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में इन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। वह अधिकारी अभी उच्च पदों पर बैठकर लगातार भ्रष्टाचार करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडीआर प्रमुख सचिव पर भी कई सवाल खड़े होते हैं।

विद्युत वितरण कंपनी में परिवारवाद

शिकायतकर्ता गौरव पंवार के मुताबिक तत्कालीन प्रोजेक्ट डायरेक्टर एसएल कारवाडिया और धर्मेंद्र पाटीदार ने कुसुम योजना और रूफटॉप योजना के तहत प्रोजेक्ट पास कराकर बहू और बेटों के नाम कंपनी संचालित कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया । एसएल कर वाडिया के पुत्र विकास कारवाडिया जूनियर इंजीनियर के पद पर पदस्थ हैं ।और इनकी पत्नी नीलम सूर्यवंशी के नाम से कंपनी खोलकर सोलर कुसुम योजना के तहत टेंडरों को हासिल किया। इन टेंडरों में बिल पास करने का काम भी इन्हीं अधिकारियों का होता है। इसी प्रकार धर्मेंद्र पाटीदार ने अपनी पत्नी सुरेखा पाटीदार और अक्षय पाटीदार के नाम से ब्राइट हाउस इलेक्ट्रिकल कंपनी खोली और सरकारी टेंडर का फायदा उठाया जबकि नियम अनुसार सरकारी पद पर रहते हुए किसी भी सरकारी टेंडर को अधिकारी अपने परिवार के नाम से नहीं ले सकता। लेकिन अधिकारी लगातार भ्रष्टाचार को अंजाम देने के लिए अपने परिवार के नाम कंपनी खोलकर उन्हीं कंपनियों में टेंडर लेकर बड़ा भ्रष्टाचार को अंजाम देते हैं।

ऊर्जा मंत्री ने मामले को संज्ञान में आने के बाद कड़ी

आईपीडीएस घोटाले और सौभाग्य योजना घोटाले में ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर से लल्लू राम ने जब खास बातचीत की तो उन्होंने पूरे मामले में भ्रष्ट अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है तोमर ने कहा सोमवार को वह इंदौर दौरे पर पहुंच रहे हैं इसी दौरान पूरा मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में लाएंगे और इस तरीके के भ्रष्ट अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की बात भी करेंगे इसके साथ ही एमडी के साथ बैठ कर पूरे मामले की चर्चा भी की। 
क्रेडिट लल्लू राम डॉट कॉम