वैष्णवी बस कंडक्टर के दबंगई से सवारियों को होना पड़ता प्रताड़ित -

किराए के नाम पर जबरजस्ती की जाती है वसूली -
 
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File photo

शिकायत के बावजूद भी जवा पुलिस के द्वारा नही की गई कार्यवाही -

किराए के टिकट मांगने पर सवारियों से की जाती है गाली गलौज और दबंगई से बस से उतारने की दी जाती है धमकी।

परिवहन अधिकारियो के सह पर लुट रहे सवारी। किसी बस या ऑटो में नही चस्पा है किराया सूची।

जवा । इस समय पूरे रीवा जिले में परिवहन अधिकारी के मिलीभगत से बस मालिको द्वारा खुले आम सवारियों के साथ लूट की जा रही है संयोग बस किसी सवारी के द्वारा किराया के बारे में कंडक्टर से पूछ लिया जाता है तो उनके द्वारा कहा जाता है कि चलना है तो जितने रुपए मांग रहे है दो, नही तो नीचे उतर जाओ। कुछ दबंग टाइप के कंडक्टर होते है जो मारपीट और गाली गलौज पर उतारू हो जाते है और उसी जगह गाड़ी रोक कर सवारी को उतार देते है ।

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लेकिन किराया के बारे में सही जानकारी नहीं दी जाती है यहां तक कि किसी बस या ऑटो पर कोई किराया सूची भी चस्पा नही है जिस वजह से आए दिन सवारियों के साथ ऐसी घटना घटती रहती है।

इसी तरह का मामला 7 मई को 
 वैष्णवी बस से सामने आया है जो डभौरा से चलकर जवा की ओर जाती है जहा पर बरौँहा निवासी अजय सिंह ओझापूर्वा गांव से जवा के लिए बस पर बैठे थे जो जवा से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर है जब कंडक्टर के द्वारा 30 रुपए किराया मांगा गया तो अजय सिंह ने कहा कि 30 रुपए की टिकट दे दो, इतना सुनते ही बस कंडक्टर आपा खोते हुए गाली गलौज पर उतारू हो गए और उसी वक्त रास्ते में ही उन्हें उतार दिया गया।सवाल यही उठ रहा है कि क्या सवारियों को टिकट मांगना गलत है?

जिसकी शिकायत भी फरियादी द्वारा जवा थाने में दर्ज कराई गई थी लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई और जवा पुलिस के द्वारा उल्टा फरियादी को हड़काया गया। जिससे साबित होता है की दोनो पक्षों की बात सुने ही फरियादी को  हड़काना कही न कही जवा पुलिस की भी सक्रियता है।

आखिर कब तक बिना सूची के सवारी बस मालिको के लूट का शिकार होते रहेंगे, जिसके लिए कलेक्टर रीवा को ध्यान देने की जरूरत है। वही फरियादी अजय सिंह ने ये भी आरोप लगाए है की जब बस कंडक्टर के द्वारा गाली गलौज और धक्का मुक्की की जा रही थी तभी बस कलिंजर के द्वारा मेरे पैंट के जेब से दो हजार रुपये निकाल लिया था और कंडक्टर ने मुझे बस से नीचे उतार दिया था।

जिसकी शिकायत जवा थाने में कराई गई,लेकिन शिकायत पर ध्यान नही दिया जा रहा है।मामला जो भी हो, ये तो जांच के बाद ही हकीकत सामने आ सकता है। ये बात सत्य है कि बस और ऑटो में किराया सूची चस्पा नही होने से सवारी बस मालिको और ऑटो चालकों  से लुट रहे है।