उपभोक्ता 14 हजार लाइनमैन 3 कैसे हो बिजली व्यवस्था में सुधार -

उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ रही लाइनमैन की संख्या निरंतर घट रही - 
 
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File photo

उपभोक्ता 14 हजार लाइनमैन 3 कैसे हो बिजली व्यवस्था में सुधार -

चाकघाट। विद्युत वितरण केंद्र चाकघाट के अंतर्गत जिस ढंग से उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है उसकी तुलना में लाइनमैन की संख्या निरंतर घटती जा रही है और आने वाले समय में मात्र एक ही लाइन में यहाँ पर रह जाएगा।

मिली जानकारी के अनुसार इस समय लगभग 14000 विद्युत उपभोक्ता चाकघाट वितरण केंद्र के अंतर्गत आते हैं और इनके लाइनन मेंटेनेंस के लिए मात्र 3 लाइनमैन अभी नियुक्त हैं जिसमें श्री कांत द्विवेदी जुलाई 2022 में और नंद लाल प्रजापति इसी वर्ष अक्टूबर माह में सेवा मुक्त हो जाएँगे। तब एकमात्र लाइनमैन त्रिशूल जी ही यहाँ सेवा देते रहेंगे।
इस समय पूरे चाकघाट वितरण केंद्र के अंतर्गत लगभग 800 बिजली के ट्रांसफार्मर हैं जिसमें अकेले नगर चाकघाट में 50 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं लेकिन इनकी देखरेख और इनके प्रबंधन के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं है। विद्युत वितरण केंद्र चाकघाट के प्रभारी संजय सिंह यादव ने चर्चा के दौरान बताया कि इस समय बिजली लाइन के सुधार हेतु मात्र 3 विभागीय कर्मचारी हैं। 

जिनमें से श्रीकांत द्विवेदी जुलाई में और नंद लाल प्रजापति अक्टूबर में  रिटायर हो रहे हैं।तब मात्र एक कर्मचारी ही लाइन को सुधार करने के लिए यहां बचेंगे। इस समय दैनिक वेतन भोगी के रूप में राममिलन माझी,राजेश माझी , मनोज माझी,पुष्पराज सिंह एवं प्रमोद पांडे से काम लिया जा रहा है लेकिन जिस ढंग से इस क्षेत्र में विद्युत के कार्य बढे हैं उसकी तुलना में कर्मचारियों की संख्या ना के बराबर है। बिजली व्यवस्था के सुधार हेतु पर्याप्त कर्मचारियों के न होने के कारण आए दिन उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ती है तथा छोटे-छोटे फाल्ट भी समय पर नहीं सुधारे जा रहे हैं ।संजय सिंह ने बताया है कि इस विद्युत वितरण केंद्र के अंतर्गत अंतरैला12 से लेकर पपौरा तक बड़ागांव, सहिजवार,अमिल कोनी पहाड़ के ऊपर लाद एवं मुरली टोला के विस्तृत क्षेत्र में काम करना पड रहा  है। चाकघाट मध्य प्रदेश सीमा का प्रथम विद्युत वितरण केंद्र है और नगरी क्षेत्र होने के कारण यहाँ विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा है लगभग 14 हजार उपभोक्ताओं में 3500 कृषि विद्युत उपभोक्ता है।

 कृषि उपभोक्ता जो सिंचाई के लिए बिजली का उपयोग करते हैं एवं आम उपभोक्ताओं की संख्या को देखते हुए यहाँ पर लाइनमैन एवं अन्य विभागीय कर्मचारियों का अभाव बना हुआ है। पता चला है कि बिजली विभाग में एक लंबे अरसे से नए कर्मचारियों की भर्ती नही की जा रही है और न ही कार्यरत कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ दिया जा रहा है जिसके कारण पदस्थ कर्मचारियों में हताशा और निराशा का भाव बना हुआ है। मध्य प्रदेश में संबंधित कर्मचारियों को पदोन्नति एवं आवश्यकता नुसार कर्मचारियों की भर्ती की जाए तो बिजली विभाग की सेवा में अच्छी व्यवस्था बन सकती है। 
(रामलखन गुप्त)