Inside Story of Rani Sharma Suicide Case: सीनियर अधिकारियों की प्रताड़ना से परेशान थी युवती, देर तक ऑफिस में बैठाया जाता था, नौकरी से बर्खास्त करने की देते थे धमकी

Inside Story of Rani Sharma Suicide Case:
 | 
1

File photo

Inside Story of Rani Sharma Suicide Case: सीनियर अधिकारियों की प्रताड़ना से परेशान थी युवती, देर तक ऑफिस में बैठाया जाता था, नौकरी से बर्खास्त करने की देते थे धमकी

शब्बीर अहमद/कर्ण मिश्रा, भोपाल/ग्वालियर। राजधानी भोपाल के शाहपुरा के प्रधान अर्बन लाइफ अपार्टमेंट में रहने वाली रानी शर्मा ने 5वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। रानी भोपाल में मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPIDC) की मैनेजर के पद पर पदस्थ थी। रानी वल्लभ भवन में MPIDC में मैनेजर थीं। सुसाइड मामले में आईएएस अफसर पर लगा प्रताड़ना का आरोप लगा है। रानी शर्मा सुसाइड केस की इनसाइड स्टोरी (Inside Story of Rani Sharma Suicide Case) में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। युवती रानी शर्मा डिपार्टमेंट के सीनियर अधिकारियों की प्रताड़ना से परेशान थी। ऑफिसर देर तक ऑफिस में बैठाते थे। नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी देते थे।

MPIDC में पदस्थ रानी शर्मा सुसाइड मामले में उनके पिता वेदराम शर्मा ने बताया कि वह बीते डेढ़ महीने से डिप्रेशन में थी। उसके ऊपर प्रिंसिपल सेक्रेटरी संजय शुक्ला और उनके असिस्टेंट अधिकारी काम का दबाव बना जा रहा था। वह जब भी फोन पर बात किया करती थी तो बताती थी कि उसे नौकरी से निकाल देने की बार-बार धमकी दी जाती है। कहा जाता है कि यदि काम नहीं करोगी तो नौकरी से बेदखल कर देंगे। प्रिंसिपल सेक्रेट्री संजय शुक्ला उनके असिस्टेंट पर कार्रवाई होनी चाहिए।

बड़े स्तर पर जांच की मांग

रानी के भाई पुष्पराज शर्मा ने बताया कि उनकी बहन पढ़ाई में काफी इंटेलिजेंट थी। उसने इस नौकरी को ज्वाइन करने से पहले कई गवर्नमेंट के एग्जाम क्रैक किए थे। जिनमें उसका सिलेक्शन भी हुआ था। वह कभी इतनी कमजोर नहीं थी कि आत्महत्या जैसा कदम उठा सके,। उसे कार्यस्थल पर बहुत ज्यादा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। यही कारण है कि इस मामले की बड़े स्तर पर जांच होनी चाहिए। प्रिंसिपल सेक्रेट्री संजय शुक्ला उनके असिस्टेंट पर कार्रवाई होनी चाहिए।

परिवार ने जांच पर लगाए गंभीर आरोप

गौरतलब है कि इस घटना के बाद परिवार ने गंभीर आरोप पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी लगाए हैं उनका कहना है कि जिस वक्त रानी ने चौथी मंजिल से कूदकर छलांग लगाई उस वक्त उनकी मां उनके साथ में थी। उन्होंने खुद देखा कि वह उसे पकड़ने की कोशिश करती रही और उसने देखते ही देखते छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस इस पूरे मामले को एक्सीडेंट में तब्दील करना चाहती है जो कहीं ना कहीं बड़े अधिकारियों को बचाने की कोशिश है। ऐसे में इस मामले की जांच बड़े स्तर पर होनी चाहिए ताकि उनकी बेटी रानी को न्याय मिल सके।

ये है पूरा मामला

बता दें कि मंगलवार सुबह 27 साल की रानी शर्मा ने हर्बल लाइफ कॉलोनी परिसर से कूदकर अपनी जान दे दी। रानी शर्मा मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन में पदस्थ थी। उसने सुबह 5 बजे पांचवी बिल्डिंग की बालकनी से छलांग लगा दी। इस घटना के बाद वहां पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। बिल्डिंग से कूदने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। मृतका के पास से कोई सुसाइडल नोट नहीं मिला है।साभार

1

2