NEET एग्जाम में अंडरगार्मेंट्स उतरवाने का मामला, केंद्र ने जांच के लिए गठित की फैक्ट फाइंडिंग टीम,जनिये

NEET एग्जाम में अंडरगार्मेंट्स उतरवाने का मामला
 
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NEET एग्जाम में अंडरगार्मेंट्स उतरवाने का मामला, केंद्र ने जांच के लिए गठित की फैक्ट फाइंडिंग टीम

केरल। केरल में मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET) के दौरान छात्राओं के अंडरगार्मेंट्स उतरवाने के मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ लिया है. केरल में धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया है. कॉलेज में तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं. हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय तक को इसे लेकर बयान जारी करना पड़ गया है.

अब जानकारी सामने आई है कि जांच कर रहे लोगों को कथित तौर पर छात्राओं के अंडरगार्मेंट्स में लगे मेटल के हुक से आपत्ति थी. बवाल बढ़ने के बाद अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम गठित कर दी है.

छात्राओं के अंडरगार्मेंट्स उतरवाए जाने को लेकर अब तक पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है. बता दें कि इस विवाद की शुरुआत एक 17 साल की छात्रा के शिकायत दर्ज कराने के बाद हुई. छात्रा का आरोप है कि रविवार को प्रवेश परीक्षा से पहले जांच के दौरान उसे इनर वियर हटाने के लिए कहा गया था. आरोप लगाने वाली छात्रा ने कहा कि उसे एग्जाम में शामिल होने से पहले अंडरगार्मेंट उतारने के लिए कहा गया. केरल पुलिस लड़की की शिकायत के आधार पर पहले ही मामला दर्ज कर चुकी है. कई अन्य छात्राओं ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं, हालांकि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है. गिरफ्तार महिलाओं में से 3 को एनटीए ने एक एजेंसी से किराए पर हायर किया था. जबकि 2 महिलाएं कोल्लम के उस शैक्षणिक संस्थान के लिए काम करती हैं, जहां यह घटना हुई. बता दें कि NEET की परीक्षा का आयोजन एनटीए ही करती है. हालांकि, एनटीए ने परीक्षा केंद्र अधीक्षक के हवाले से कहा है कि यह शिकायत काल्पनिक है और गलत इरादे से की गई है. केरल सरकार इस मुद्दे पर बेहद सख्त है. राज्स सरकार के केंद्र से कड़ी कार्रवाई की मांग करने के बाद ही एनटीए ने पैनल का गठन किया है. केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन और केरल के अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी इस मुद्दे को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की है. मामले में मिली शिकायतों के आधार पर केरल महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है. केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने धर्मेंद्र प्रधान को लिखे पत्र में छात्राओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने के मसले को निराशाजनक और सदमा देने वाला बताया है. बिंदू ने भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग भी की है.

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (MOE) ने इस मामले पर कहा है कि मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए उनके संज्ञान में लाया गया है कि केरल में NEET (UG)-2022 के एक केंद्र में कथित तौर पर एक घटना हुई थी. तथ्यों का पता लगाने के लिए एनटीए ने एक फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया है. MOE के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक फैक्ट फाइंडिंग टीम कोल्लम का दौरा करेगी. उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें अब तक मामले से संबंधित कोई शिकायत नहीं मिली है. न ही कोई प्रतिनिधिमंडल हमसे आकर मिला है. मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर केंद्र अधीक्षक और पर्यवेक्षक से तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है. जिस पर उन्होंने सूचित किया है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. शिकायत काल्पनिक है और गलत इरादे से दायर की गई है.साभार