ELECTION : 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी

5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी
 
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5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी

दिल्ली। कोविड और ओमिक्रॉन संक्रमण पर स्वास्थ्य मंत्रालय से गुरुवार को इनपुट मिलने के बाद निर्वाचन आयोग किसी भी समय अब पांच राज्यों में चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर सकता है. कल या फिर आने वाले कुछ दिनों के भीतर ही चुनावी तारीखों का ऐलान संभव है. कहा जा रहा है कि यूपी में 6 से 8 चरणों में चुनाव करवाया जा सकता है. वहीं पंजाब में चुनाव तीन चरण में हो सकते हैं.

वहीं मणिपुर में दो और गोवा और उत्तराखंड में एक ही चरण में मतदान करवाए जा सकते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के आला अधिकारियों के साथ मीटिंग में पांचों चुनावी राज्यों में कोविड संक्रमण और टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर इनपुट इकट्ठा किए गए थे. अब उस मीटिंग के बाद ही कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग ने सबकुछ तय कर लिया है और किसी भी वक्त चुनावी तारीखों का ऐलान संभव है. वैसे यूपी में 2017 में भी आठ चरणों में चुनाव हुआ था, इस बार भी आयोग इतने ही चरणों में चुनाव करवा सकता है. कोरोना संकट के बीच कई तरह की तैयारी की जा रही है. ज्यादा बूथ बनाए जा रहे हैं और हर सेंटर पर कोरोना बचाव के लिए जरूरी उपकरण उपलब्ध करवाए जाने पर जोर दिया जा रहा है.

मणिपुर चुनाव को लेकर भी आयोग की तरफ से बड़ी तैयारी की गई है. चुनाव आयोग ने मणिपुर विधान सभा चुनाव की तैयारियों का जायजा वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए लिया. सबसे पहले कांग्रेस, बीजेपी, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, कम्युनिस्ट पार्टी, नगा पीपुल्स फ्रंट, नगा पीपुल्स पार्टी और पीडीए सहित राजनीतिक दलों के नुमाइंदों से चर्चा की थी. अधिकतर पार्टियों ने चुनाव में कालेधन, ड्रग्स, शराब आदि का इस्तेमाल रोकने की बात की ताकि स्वतंत्र, निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव हों. इसके बाद आयोग ने राज्य के सभी जिलों के डीएम एसपी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने कोविड और चुनावी हालात का जायजा लिया.

मणिपुर विधान सभा का कार्यकाल 19 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है. इससे पहले राज्य विधान सभा की साठ सीटों पर चुनाव होना है. इनमें चालीस सामान्य, एक अनुसूचित जाति और 19 जनजाति के लिए आरक्षित है. आयोग मणिपुर में भी अस्सी साल से अधिक आयु के बुजुर्ग और दिव्यांग और कोविड संदिग्ध वोटर्स को अब्सेंटी वोटर्स के दर्जे में मानते हुए बैलेट पेपर के जरिए वोट डलवाने का इंतजाम करेगा.