नगर निगम : क्या स्वच्छता सर्वेक्षण के समय ही नगर निगम की नींद खुलती है क्यों स्वच्छता एप पूरे वर्ष कार्य नहीं करता .?

क्या स्वच्छता सर्वेक्षण के समय ही नगर निगम की नींद खुलती है क्यों स्वच्छता एप पूरे वर्ष कार्य नहीं करता .?
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क्या स्वच्छता सर्वेक्षण के समय ही नगर निगम की नींद खुलती है क्यों स्वच्छता एप पूरे वर्ष कार्य नहीं करता .?

सिंगरौली : जैसे ही स्वच्छता सर्वेक्षण नजदीक आता है तभी कुंभकरण की निद्रा में सोए हुए स्वच्छता की टीम अचानक 2 महीनों की तैयारी के साथ घर-घर जाकर सूखा कचरा गीला कचरा करके लाखों करोड़ों का वारा न्यारा करती है। आखिर सिर्फ दिखावे के लिए स्वच्छता जयंत ,निगाही एस्सार टाउनशिप की तस्वीरो का निरीक्षण करवा कर वाहवाही लूट रहे हैं। क्या इस तरह से सिंगरौली की दशा और दिशा स्वच्छता के मामले में प्रधानमंत्री के सोच और विचार को आगे बढ़ा रही है । क्या दिखावे की दुनिया से ऊपर उठकर नगर निगम की टीम कार्य करेगी सिर्फ दिखावे करके पूरे वर्ष तक साफ सफाई सूखा कचरा गीला कचरा करके गाड़ियों का निरंतर प्रबंध ना होना अचानक स्वच्छता एप को 2 महीनों के लिए एक्टिव करना व लोगों से अपील करना कि आप सिंगरौली जिले को आधिक मात्रा में वोट करें वोट करने से कागजों में तो नगर निगम सिंगरौली जिले के तस्वीर को बदलना चाहती है लेकिन क्या यह जमीनी हकीकत में संभव हो पाएगा..? लोगों का कहना है कि 2 महीने तक जब तक सर्वेक्षण चलता है बाहर से टीम सर्वेक्षण करने आती है तब तक नगर निगम जागृत होता है उसके बाद फिर वही दशा सिंगरौली जिले की होती है क्या यह निरंतरता बरकरार रखने में नगर निगम की टीम स्वच्छता के लिए शौच के लिए विफल है।क्योंकि खुले में लगातार लोगों द्वारा शौच किया जा रहा है कागजों पर यह भी दिखाया जाता है कि नगर निगम क्षेत्र सिंगरौली जिला शौच मुक्त हो चुका है क्या यह सत्य है अगर सत्य है वह कितना सत्य है।

अगर आप लोगों के आसपास साफ सफाई नहीं की जा रहे हैं नालिया साफ नहीं हो रही हैं सड़कों पर पानी जमा हुआ है नालियां जाम है तो आप हमारे इस नंबर पर व्हाट्सएप कर सकते हैं हम उठाएंगे आपकी आवाज।