छापा : NIA ने 14 स्थानों पर मारा छापा, सामने आई ये वजह

NIA ने 14 स्थानों पर मारा छापा
 | 
photo

File photo

NIA ने 14 स्थानों पर मारा छापा, सामने आई ये वजह

नई दिल्ली: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में एनआईए ने वामपंथी उग्रवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है. एनआईए 14 स्थानों पर तलाशी ले रही है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एनआईए को सूचना मिली थी कि संगठन के कार्यकर्ता कुछ रणनीति बना रहे हैं.

आंध्र प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी मुताबिक, एनआईए के पास गढ़चिरौली में हुई मुठभेड़ के बाद से ही पुख्ता जानकारी थी. इस एनकाउंटर में पुलिस ने 27 माओवादियों को मार गिराया गया था. यह छापेमारी सुबब 5 बजे शुरू हुई थी.

एनआईए ने सबसे पहले प्रकाशम जिले में कवि और विप्लव रचयितला संघम के नेता जी कल्याण राव के घर पर छापेमारी की. एनआईए ने कल्याण राव के पास से माओवादी पार्टी समर्थक कुछ साहित्य भी जब्त किया है. कल्याण राव माओवादी पार्टी की सेंट्रल कमेटी के सदस्य अक्कीराजू हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण के भी करीबी हैं. अक्कीराजू की इसी साल 14 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के जंगल में किडनी संबंधी बीमारी की वजह से मौत हो गई थी.

रामकृष्ण की शआदी कल्याण राव की साली से हुई थी और दोनों ने आंध्र प्रदेश सरकार के साथ साल 2004 में हुई माओवादी पार्टी की वार्ता में हिस्सा लिया था. एनआईए अधिकारियों ने वकील और महिला संघ की नेता अन्नपूर्णा के घर पर भी छापेमारी की.

इस पहले केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पंजाब मूल के 7 खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ आरोप पत्र (Charge-sheet) दायर किया है. एनआईए द्वारा दायर आरोपपत्र के मुताबिक इन लोगों पर खालिस्तानी आतंकी समूह (Khalistani Terrorists) के साथ मिलकर, आतंकी संगठन के नाम पर अवैध तौर पर लाखों-करोड़ों रुपए की वसूली करने का आरोप है. इसमें कहा गया है कि यदि कोई धन नहीं देता था, तब ये उसे धमकाते और उसे जान से मारने की धमकी (Threatening and Extortion) देते थे. जांच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा काफी विस्तार से जांच करने के बाद मोहाली स्थित एनआईए की विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया गया है.

एनआईए द्वारा दायर आरोपपत्र में आरोपी खालिस्तानी आतंकियों में पंजाब के मोगा इलाके का रहने वाला लवप्रीत सिंह उर्फ रवि और कमलजीत शर्मा उर्फ कमल, पंजाब के फिरोजपुर का रहने वाला राम सिंह उर्फ सोना, उत्तरप्रदेश के मेरठ का रहने वाला गगनदीप सिंह उर्फ गग्गु और मोहम्मद आशिफ अली को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श रंजीत सिंह जो पंजाब के मोगा इलाके का और हरदीप सिंह निज्जर उर्फ निज्जर गगनदीप सिंह जो जालंधर का रहने वाला है, फरार बताए गए हैं. इनके कनाडा में होने की सूचना है. ये मामला एनआईए ने इसी साल 10 जून 2021 को दर्ज किया था.

पंजाब स्थित मोगा इलाके में मेहनत थाना में 22 मई 2021 को एक मामला दर्ज किया गया था. इसके मुताबिक शिकायतकर्ता ने पंजाब पुलिस सूचित किया था कि आरोपी अर्शदीप सिंह, चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू और रमनदीप सिंह लगातार उसे कनाडा सहित अन्य दूसरे देशों के मोबाइल नंबर से अवैध धन की उगाही (extorting money) करने के लिए धमकी दे रहा है और पैसा नहीं देने पर शिकायतकर्ता और उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी दे रहा है. लिहाजा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए और खालिस्तानी संगठन से जुड़े इनपुट्स की सूचना मिलने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने इस केस को 10 जून 2021 को टेकओवर (taken over the investigation) करके मामले की तफ़्तीश में जुट गई थी.

एनआईए की जांच से पता चला है कि कनाडा में अपने आप को खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स (Khalistan Tiger Force (KTF) का प्रमुख बताने वाले आतंकी हर्षदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) के सीधे तौर पर संपर्क में अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श उर्फ प्रभ जुड़ा हुआ है. ये अर्शदीप कनाडा में रहकर पंजाब के अंदर अपहरण, अवैध पैसों की वसूली, हत्या की सुपारी सहित पंजाब में साम्प्रदायिक माहौल (disturb the communal harmony) को खराब करने की सुपारी ले रहा है. इसके साथ ही वो पंजाब में सक्रिय कई गैंगस्टर और आतंकियों को कनाडा से ही फोन के माध्यम से वारदात को अंजाम देने के लिए कई निर्देश और हथियारों को उपलब्ध करवाने के लिए तमाम सुविधाओं से संबंधित निर्देश दे रहा था. फिलहाल इस मामले में आरोप पत्र दायर होने के बावजूद कई आतंकियों के खिलाफ तफ़्तीश जारी है. जल्द ही कई अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जा सकती है और आगे पूरक आरोपपत्र (Suplimentry Chargsheet ) भी दायर किया जा सकता है.