PM ने स्वामी विवेकानंद को दी श्रद्धांजलि : आज करेंगे राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन

पीएम मोदी ने स्वामी विवेकानंद को दी श्रद्धांजलि 
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narendra modi

File photo

पीएम मोदी ने स्वामी विवेकानंद को दी श्रद्धांजलि : आज करेंगे राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन

मुंबई | न्यूज़ डेस्क | स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया। इस महोत्सव में भारत के हर जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा शामिल होंगे जिसका उद्देश्य भारत के युवा मन को दिशा देना और उन्हें राष्ट्रीय निर्माण के लिए शक्ति के रूप में एकजुट करना है।

स्वामी विवेकानंद की 159वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने पहले पुडुचेरी में 122 करोड़ की लागत से आईटी केंद्र का उद्घाटन किया जो केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तहत काम करेगा। पीएम मोदी ने ओपन एयर थियेटर युक्त एक प्रेक्षागृह पेरुनथलैवर कामराजर मनीमण्डपम का भी उद्घाटन किया जिसे लगभग 23 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने वडकम से अपने सम्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा, बहुत जरूरी है कि हमारे MSME पोस्ट टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करें। पुडुचेरी को आईटी केंद्र के साथ ही कामराजर मनीमण्डपम की भी सौगात मिली है।

पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा, “आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं! भारत मां की महान संतान स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर मैं नमन करता हूं। आज़ादी के अमृत महोत्सव में उनकी जन्मजयंती और अधिक प्रेरणादायी हो गई है।”

उन्होंने कहा, “हम इसी वर्ष श्री ऑरबिंदो की 150वीं जन्मजयंति मना रहे हैं और इस साल महाकवि सुब्रमण्य भारती जी की भी 100वीं पुण्य तिथि है। इन दोनों मनीषियों का, पुदुचेरी से खास रिश्ता रहा है। ये दोनों एक दूसरे की साहित्यिक और आध्यात्मिक यात्रा के साझीदार रहे है।”

पीएम मोदी ने कहा, “आज दुनिया भारत को एक आशा की दृष्टि से, एक विश्वास की दृष्टि से देखती है क्योंकि भारत का जन भी युवा है, और भारत का मन भी युवा है। भारत अपने सामर्थ्य से भी युवा है, भारत अपने सपनों से भी युवा है। भारत अपने चिंतन से भी युवा है, भारत अपनी चेतना से भी युवा है।”

पीएम मोदी ने जो कहा उसके महत्वपूर्ण बिन्दु:

  1. भारत के युवाओं के पास डेमोग्राफिक डिविडेंड के साथ साथ लोकतांत्रिक मूल्य भी हैं, उनका डेमोक्रेटिक डिविडेंड भी अतुलनीय है। भारत अपने युवाओं को डेमोग्राफिक डिविडेंड के साथ साथ डवलपमेंट ड्राइवर भी मानता है।
  2. आज भारत के युवा में अगर टेक्नालजी का चार्म है, तो लोकतन्त्र की चेतना भी है। आज भारत के युवा में अगर श्रम का सामर्थ्य है, तो भविष्य की स्पष्टता भी है। इसीलिए, भारत आज जो कहता है, दुनिया उसे आने वाले कल की आवाज़ मानती है।
  3. आजादी के समय जो युवा पीढ़ी थी, उसने देश के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने में एक पल नहीं लगाया। लेकिन आज के युवाओं को देश के लिए जीना है और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करना है
  4. युवा में वो क्षमता होती है, वो सामर्थ्य होता है कि वो पुरानी रूढ़ियों का बोझ लेकर नहीं चलता, वो उन्हें झटकना जानता है। यही युवा, खुद को, समाज को, नई चुनौतियों, नई डिमांड के हिसाब से विकसित कर सकता है, नए सृजन कर सकता है।
  5. आज के युवाओं में ‘कैन डू’ की भावना है जो हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
  6. ये भारत के युवाओं की ही ताकत है कि आज भारत डिजिटल पेमेंट के मामले में दुनिया में इतना आगे निकल गया है।
  7. आज भारत का युवा,के Code लिख रहा है। पूरी दुनिया के यूनिकॉर्न इकोसिस्टम में भारतीय युवाओं का जलवा है। भारत के पास आज 50 हज़ार से अधिक स्टार्ट अप्स का मजबूत इकोसिस्टम है
  8. आज भारत का युवा, के Code लिख रहा है।
  9. नए भारत का यही मंत्र है- यानि जुट जाओ और जीतो। जुट जाओ और जंग जीतो।
  10. हम मानते हैं कि बेटे-बेटी एक समान हैं। इसी सोच के साथ सरकार ने बेटियों की बेहतरी के लिए शादी की उम्र को 21 साल करने का निर्णय लिया है। बेटियां भी अपना करियर बना पाएं, उन्हें ज्यादा समय मिले, इस दिशा में ये एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है।
  11. आज़ादी की लड़ाई में हमारे ऐसे अनेक सेनानी रहे हैं, जिनके योगदान को वो पहचान नहीं मिल पाई, जिसके वो हकदार थे।
  12. ऐसे व्यक्तियों के बारे में हमारे युवा जितना ज्यादा लिखेंगे, रिसर्च करेंगे, उतना ही देश की आने वाली पीढ़ियों में जागरूकता बढ़ेगी। केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद इस कार्यक्रम को पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने भी संबोधित किया और पीएम मोदी का आभार जताया।

इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर स्वामी विवेकानन्द का नमन किया। पीएम मोदी ने लिखा, “मैं महान स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। उनका जीवन राष्ट्रीय उत्थान के लिए समर्पित था। उन्होंने कई युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया है। आइए हम देश के लिए उनके सपनों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करते हैं”।
इस महोत्सव का उद्देश्य क्या है?

भारत के हर जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा शामिल होंगे। महोत्सव का उद्देश्य भारत के युवा मन को दिशा देना और उन्हें राष्ट्रीय निर्माण के लिए शक्ति के रूप में एकजुट करना है। इसके साथ ही सामाजिक जुड़ाव अथवा बौद्धिक और सांस्कृतिक एकता के सबसे बड़े प्रयासों में शामिल है। इसका लक्ष्य है भारत की विभिन्नतापूर्ण संस्कृति को साथ लाना और उन्हें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत की एकता के सूत्र में पिरोना है।

इस वर्ष कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए वर्चुअल माध्यम से ये महोत्सव आयोजित किया जाएगा। उद्घाटन के बाद राष्ट्रीय युवा शिखर सम्मेलन होगा जिसमें चार विशेष वॉशयों पर पैन चर्चा होगी।