MEETING : पीएम मोदी आज करेंगे मुख्यमंत्रियों के साथ अहम बैठक : कोरोना के हालात की होगी समीक्षा

पीएम मोदी आज करेंगे मुख्यमंत्रियों के साथ अहम बैठक
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पीएम मोदी आज करेंगे मुख्यमंत्रियों के साथ अहम बैठक : कोरोना के हालात की होगी समीक्षा

मुंबई | न्यूज़ डेस्क | देशभर में कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है। कई राज्यों में कोरोना के ताजा आंकड़े डराने वाले हैं। यही वजह है कि केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक कोरोना को काबू करने के लिए कई कड़े कदम उठा रही है। हालांकि देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के मामलों ने मामलू राहत दी है, लेकिन इसकी बढ़ती रफ्तार अब भी केंद्र सरकार के लिए चिंता का बड़ा कारण बनी हुई है।

यही वजह है कि बिगड़ते हालातों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में राज्यों के कोरोना हालातों को लेकर समीक्षा होगी। माना जा रहा है मीटिंग के बाद केंद्र की मोदी सरकार अहम फैसले ले सकती है।

देश में कोरोना की बेकाबू रफ्तार ने हर किसी की चिंता बढ़ा दी है। दोगुना गति से बढ़ रहे नए मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। मंगलवार को पीएम मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक कोरोना के मौजूदा हालातों के साथ-साथ इससे निपटने के तरीकों पर भी चर्चा होगी। कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर पीएम मोदी आज शाम चार बजे कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।

वैसे तो देशभर में कोविड 19 का कहर देखने को मिल रहा है, लेकिन पांच राज्यों ने सबसे ज्यादा चिंता बढ़ाई है। देश के पांच राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें सबसे आगे है महाराष्ट्र। यहां बीते 24 घंटे में 33,470 नए मामले सामने आए हैं। जबकि दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल पहुंच गया है।

यहां 19,286 केस सामने आने से हड़कंप मच गया है। इसके बाद राजधानी दिल्ली में भी कोरोना की रफ्तार डराने वाली है। यहां 19,166 के सामने आए हैं। जबकि तमिलनाडु में 13,990 और कर्नाटक में 11,698 मरीज मिले हैं।

बता दें कि देशभर के कुल मरीजों में 58.08 फीसदी केस सिर्फ इन 5 राज्यों से हैं। वहीं अकेले महाराष्ट्र में कुल मामलों के 19.92 फीसदी केस हैं।

राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर पाबंदियां लागू कर रही हैं। लेकिन दूसरी लहर की तरह कोई भी लापरवाही ना ऐसे में जरूरी है कि समय रहते कड़े कदम उठाए जाएं। यही वजह है कि पीएम मोदी खुद अपने स्तर पर हालात की समीक्षा करेंगे और आगे के लिए जरूरी निर्णय ले सकते हैं।