चलती ट्रेन में पति के सामने गैंगरेप, चश्मदीद ने बताए खौफ के वो पल जानिए-

पुष्पक एक्सप्रेस में बीते शुक्रवार को युवती के साथ गैंगरेप की वारदात
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Gangrape

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चलती ट्रेन में पति के सामने  गैंगरेप, चश्मदीद ने बताए खौफ के वो पल  जानिए

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में लखनऊ से मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस (Pushpak Express) में बीते शुक्रवार को 20 साल की युवती के साथ गैंगरेप (Gangrape) की वारदात सामने आई थी। उस दिन 8 बदमाशों ने इगतपुरी-कसारा स्टेशन के बीच यात्रियों को लूटा था। इसी दौरान अपने पति के साथ सफर कर रही 20 साल की युवती के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम भी दिया था। इस मामले में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. इस बीच इस घटना का एक चश्मदीद भी सामने आया है, जिसने उस रात की पूरी कहानी बयां की है. लखनऊ के रहने वाले गुलफाम अली (25) मुंबई जा रहे थे और उसी डिब्बे में सवार थे, जिसमें महिला के साथ घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया था। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन आठों बदमाशों ने ट्रेन में चढ़ते ही आक्रामक बर्ताव करना शुरू कर दिया था।

गुलफाम अली ने बताया, 'वो ऐसे लग रहे थे जैसे उन्होंने शराब पी हो या कोई नशा किया हो, ट्रेन में घुसते ही वो आक्रामक हो गए थे। उन्होंने लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी. हालांकि, जैसे ही स्टेशन गुजरा वैसे ही वो हिंसक हो गए.' उन्होंने बताया कि उनके पास डस्टर जैसे हथियार भी थे, जिसे वो लोगों के सिर पर वार कर रहे थे और उनसे पैसे मांग रहे थे। अली ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'उनके पास चाकू के साथ-साथ डस्टर भी थे, जिससे वो लोगों को धमका रहे थे और पैसे मांग रहे थे। उन्होंने कुछ यात्रियों के साथ मारपीट की। जब मैंने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उनमें से एक ने मेरे सिर पर किसी नुकीली चीज से वार किया था, जिससे खून बहने लगा था. मैं डर गया और चुप रहा।

गुलफाम अली पेशे से रसोइये हैं और मुंबई लौट रहे थे। उन्होंने एक बदमाश को पकड़वाने में भी भूमिका निभाई. अली ने बताया कि ट्रेन जब कसारा घाट सेक्शन पर पहुंची, जिसमें कई सुरंगें हैं तो आठों ने महिला के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया, 'ट्रेन जब कसारा घाट सेक्शन पहुंची तो उन्होंने कुछ यात्रियों के साथ लूटपाट की, वो और ज्यादा उग्र हो गए थे। इसी दौरान उनकी नजर उस महिला पर पड़ी जो अपने पति के साथ थी, उन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू किया। इस दौरान उसके पति से भी मारपीट की. मैंने भी उनके व्यवहार का विरोध किया, लेकिन उन्होंने हम दोनों के साथ मारपीट की। उन्होंने एक व्यक्ति को ट्रेन से नीचे फेंकने की भी कोशिश की लेकिन ट्रेन की रफ्तार कम थी तो वो बच गया. उन्होंने महिला के साथ जमकर मारपीट की। हम सभी असहाय महसूस कर रहे थे क्योंकि कोई नहीं था जो उन्हें रोक सके. हम सभी डरे हुए थे।

अली ने आगे बताया, 'स्टेशन आते ही हम सब चिल्लाने लगे, हालांकि, तब तक 6 आरोपी कूद गए थे। जब एक आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था तो मैंने हिम्मत जुटाई और उसे पकड़ लिया। तभी बाकी यात्रियों ने भी हिम्मत जुटाई. हमने उसे टॉयलेट में बंद कर दिया. हंगामे के बाद पुलिस भी डिब्बे में आ गई और उन्होंने भी एक आरोपी को पकड़ लिया। हमने भी उस व्यक्ति को पुलिसे के हवाले कर दिया, वो बताते हैं कि वो अभी भी इस घटना से डरे हुए हैं। उन्होंने बताया, 'मैं इस घटना से आहत हूं और अभी भी डरा हुआ महसूस कर रहा हूं। हालांकि, मुझे इस बात का बुरा लगता है कि ट्रेन में कई लोगों के होने के बावजूद हम उस महिला को दुर्व्यवहार से नहीं बचा सके।' रेलवे पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 395, 397, 376(D), 354, 354(B) के तहत और भारतीय रेलवे एक्ट 37 & 153 के तहत मामला दर्ज किया है।