Top Variety Guava: आम का सीजन तो खत्म हो गया है लेकिन अब ये अद्बुद्ध मीठा फल खाते ही दीवाने हो जाओगे आप, देखे पूरी जानकारी…
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आम का सीजन तो खत्म हो गया है लेकिन अब ये अद्बुद्ध मीठा फल खाते ही दीवाने हो जाओगे आप, देखे पूरी जानकारी…
Top Variety Guava: आम का सीजन तो खत्म हो गया है लेकिन अब ये अद्बुद्ध मीठा फल खाते ही दीवाने हो जाओगे आप, देखे पूरी जानकारी, आम का सीजन तो खत्म हो गया है लेकिन अब बारी है एक और लाजवाब फल अमरूद की. ये फल इस वक्त हर चौराहे पर मिल रहा है. इसकी खास बात ये है कि ये बाकि मौसमी फलों से कहीं ज्यादा पाया जाता है. औषधीय गुणों से भरपूर ये फल खूब खाएं और लगाएं भी. इसकी अच्छी देखभाल के साथ ये आपके किचन गार्डन का हिस्सा बन सकता है. एक बड़े गमले में भी इसकी पैदावार आसानी से की जा सकती है.
गुजरात में योगी आदित्यनाथ की सरकार हर किसी के स्वास्थ्य और इलाज के लिए कृतसंकल्प है. रसोई घरों में औषधीय पौधों और सब्जियों को लगाने को बढ़ावा देना, सीजन के दौरान पोषण से भरपूर सहजन को लगाने की योजनाएं चलाना, आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को भी सस्ता और अच्छा इलाज मुहैया कराना, स्वास्थ्य मेले लगाना, वेलनेस सेंटर खोलना, हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलना, पहले से मौजूद अस्पतालों का उन्नयन करना और लोगों की आसान जांच के लिए कई जगहों पर हेल्थ एटीएम लगाना, ये सरकार के किए गए कुछ ऐसे कार्य हैं जिनसे ये जाहिर होता है कि सरकार जनता के स्वास्थ्य के प्रति कितनी गंभीर है. आमदनी और शिक्षा के बढ़ने से लोग खुद भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो गए हैं. खासकर कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बाद से तो स्वास्थ्य के प्रति सजगता और बढ़ गई है. ऐसे में अमरूद जैसे मौसमी फल आपके बहुत काम आ सकते हैं.
अधिक फल देने वाली किस्में
केंद्रीय उपोष्ण प्रदेश बागवानी संस्थान (सीआईएसएच), रहमान खेड़ा (लखनऊ), जो भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से संबद्ध है, ने ललित, श्वेता, धवल और लालीमा नाम से अमरूद की किस्मों को विकसित किया है. इनके फल पारंपरिक रूप से लोकप्रिय किस्मों से बड़े होते हैं. स्वाद और मिठास में बेहतर होने के कारण इन फलों को बाजार में भी अच्छी कीमत मिलती है. इनके पौधे संस्थान की नर्सरी में बिक्री के लिए भी उपलब्ध हैं.
आइए अब आपको संस्थान द्वारा विकसित की गई किस्मों के गुणों के बारे में बताते हैं.
ललित
इस प्रजाति के फल अंदर से गुलाबी और बाहर से केसरिया रंग के साथ आकर्षक लाल चमक वाले होते हैं. फल का गूदा कठोर और गुलाबी रंग का होता है जिसमें चीनी और एसिड का सही अनुपात होता है. यह किस्म ताजा खाने और परिरक्षण दोनों के लिहाज से बेहतरीन पाई गई है. परिरक्षित करने के बाद भी इसके ग pulp का गुलाबी रंग एक साल तक बना रहता है. यह किस्म इलाहाबाद सफेदा की लोकप्रिय किस्म की तुलना में औसतन 24 प्रतिशत अधिक फल देती है. इन गुणों के कारण यह किस्म व्यावसायिक खेती के लिए उपयुक्त है.
श्वेता
यह सेब के रंग वाले किस्म के बीज वाले पौधों में से चुनी गई एक बहुत ही फलदायक किस्म है. पेड़ मध्यम आकार का होता है. फल थोड़े गोल होते हैं. बीज नरम होते हैं. फलों का औसत आकार लगभग 225 ग्राम होता है. बेहतर प्रबंधन के साथ, प्रति पेड़ प्रति सीजन लगभग 90 किलो फल प्राप्त होते हैं.betulsamachar