जावद क्षेत्र को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाले की,भूली बिसरी यादें

जावद क्षेत्र को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाले, सरल व सौम्य व्यक्तित्व के धनी, कुशल प्रशासक के रूप में विख्यात रहे, कार्यकर्ताओं के बीच “साहब” के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले आदरणीय श्री वीरेंद्र कुमार जी सकलेचा के साथ राजनीतिक क्षेत्र में काम करने का कई वर्षों तक अवसर मिला, जो मेरे जैसे The post जावद क्षेत्र को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाले की,भूली बिसरी यादें first appeared on saharasamachar.com.
 | 

जावद क्षेत्र को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाले, सरल व सौम्य व्यक्तित्व के धनी, कुशल प्रशासक के रूप में विख्यात रहे, कार्यकर्ताओं के बीच “साहब” के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले आदरणीय श्री वीरेंद्र कुमार जी सकलेचा के साथ राजनीतिक क्षेत्र में काम करने का कई वर्षों तक अवसर मिला, जो मेरे जैसे अनेक कार्यकर्ताओ का सौभाग्य रहा है।

सन 1984 के विधान सभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उन्होंने चुनाव लड़ा तब मेरी उम्र महज 12 वर्ष थी। उस अबोध उम्र में बाल स्वयंसेवक के रूप में उनसे जुड़ाव हुआ जो सन 1999 में उनके स्वर्गवास तक जारी रहा। इन वर्षों में उनसे बहुत कुछ सीखने व समझने को मिला।

वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे बोलते कम थे पर कार्यकर्ताओं की बातों को बड़े धैर्यपूर्वक सुनते थे। उनका यह गुण सदैव कार्य कर्ताओं को आकर्षित करता था। कई कार्यक्रमों में उनके विचारों को सुनने एवं उनकी उपस्थिति में अपने विचारों को व्यक्त करने का अवसर भी मिला। मन में उनके साथ की बहुत यादें हैं जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता है।

फोटो (1) – भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारत सरकार के पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री श्री मुरलीमनोहरजी जोशी एवं स्वर्गीय श्री वीरेंद्रकुमारजी के साथ एक कार्यक्रम में

फोटो (2)– स्वर्गीय श्री वीरेंद्र कुमार सकलेचा व क्षेत्र के लगातार आठ बार तक सांसद रहने वाले स्वर्गीय श्री लक्ष्मी नारायणजी पांडे एवं मनासा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय श्री रामेश्वर लाल जी मारू की उपस्थिति में भाजपा के सम्मेलन को संबोधित करने का अवसर मिला।

The post जावद क्षेत्र को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाले की,भूली बिसरी यादें first appeared on saharasamachar.com.