BREAKING: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग से झुलसे सेवक ने तोड़ा दम, जानें क्या हुआ था

महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग से झुलसे सेवक ने तोड़ा दम
 | 
1

Photo by google

महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग से झुलसे सेवक ने तोड़ा दम, जानें क्या हुआ था

उज्जैन: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग से झुलसे सेवक सत्यनारायण सोनी की मुंबई के एक अस्पताल में मौत हो गई. 25 मार्च को होली पर्व पर महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग से 14 लोगों के घायल हुए थे. घायलों में महाकाल मंदिर में भस्म आरती के समय मौजूद पंडित, सेवक और कर्मचारी शामिल थे. अब हादसे के करीब 15 दिन बाद घायल सेवक सत्यनारायण सोनी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. अग्निकांड के बाद से ही सोनी पहले इंदौर के अस्पताल में भर्ती करवाए गए थे और फिर हालत बिगड़ने पर उन्हें मुंबई रेफर किया गया था.

दरअसल, होली के दिन सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर मंदिर के गर्भगृह में आग उस समय लगी जब गुलाल पूजा की थाली पर गिर गया, जिसमें जलता हुआ कपूर था. बाद में यह फर्श पर फैल गया जिससे आग फैल गई. यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो गई थी. महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया था कि होली के अवसर पर एक अनुष्ठान के तहत गुलाल फेंके जाने के बाद आग लगी. इससे पुजारी, सेवक और कर्मचारी झुलस गए. गर्भगृह के सामने नंदी हॉल में घटना के दौरान कुछ वीवीआईपी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन भक्तों में से कोई हताहत नहीं हुआ था.

सोमवार को महाकाल मंदिर में आग लगने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री मोहन डॉ. यादव भोपाल में होली मिलन कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे. कार्यक्रम प्रारंभ होने के पहले होली की बधाई देने आए जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से भी स्वागत स्वीकार न करते हुए सीएम तत्काल भोपाल के स्टैट हेंगर रवाना हुए और वहां से मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर के जरिए इंदौर पहुंचे. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर पहुंचते ही श्री महाकाल मंदिर उज्जैन में आग लगने से हुए घायलों स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री ने अरविंदो हॉस्पिटल इंदौर में उपचार के लिए आए घायलों से मुलाकात कर बातचीत की. घायलों को भरोसा दिलाया कि उनका बेहतर से बेहतर उपचार किया जाएगा.
 

भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे. आग लगने की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए. घायलों के उपचार के लिए एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से फोन कॉल पर चर्चा कर उज्जैन में हुए हादसे के संबंध में जानकारी प्राप्त की थी. मुख्यमंत्री ने PM को बताया कि भगवान महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुए हादसे से प्रभावित घायल लोगों का इलाज इंदौर और उज्जैन में चल रहा है. उन्होंने दोनों नगरों में जाकर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की है. घायल लोगों के बेहतर उपचार पर ध्यान दिया जा रहा है. घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने भगवान महाकाल से सभी घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.jsr