शरद पूर्णिमा महोत्सव में उमड़ा जन सैलाब वक्ताओं ने कहा विंध्य के गौरव सरयू प्रसाद वैद्य को मिलना चाहिए राष्ट्रपति व पद्म भूषण सम्मान -

वैद्य को मिलना चाहिए राष्ट्रपति व पद्म भूषण सम्मान -
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शरद पूर्णिमा महोत्सव में उमड़ा जन सैलाब वक्ताओं ने कहा विंध्य के गौरव सरयू प्रसाद वैद्य को मिलना चाहिए राष्ट्रपति व पद्म भूषण सम्मान -

संपति दास गुप्ता कि रिपोर्ट -

मऊगंज । स्वामी माधवाचार्य जी महाराज की तपस्थली रामलीला मैदान हनुमना में शरद पूर्णिमा महोत्सव पर श्री रामानुज आयुर्वेदिक औषधालय संस्थापक सरयूप्रसाद वैद्य द्वारा दी जाने वाली स्वांस दमा अस्थमा इस्नोफीलिया की चमत्कारिक दवा को लेने के लिए देश के विभिन्न प्रांतों से उमड़े जनसैलाब के अतिथियों ने कहा  वैद्यजी विंध्य के गौरव हैं व इस राष्ट्र की धरोहर हैं इन्हें मिलना चाहिए था पद्मविभूषण सम्मान।

 उल्लेखनीय है कि शन 28 अक्टूबर 23 को चंद्र ग्रहण के बावजूद ग्रहण काल के नियमों का पालन करते हुए विंध्य में जनसंघ के संस्थापक तथा लोकतंत्र सेनानी वरिष्ठ भाजपा नेता सरयू प्रसाद वैद्य द्वारा नि: शुल्क दी जाने वाली निशुल्क स्वांस दमा अस्थमा स्टेनोफीलिया पुरानी खांसी की चमत्कारिक दवा को लेने के लिए देश के विभिन्न प्रांतो से आये लोगों के उमड़े जन सैलाब ।

कार्यक्रम के अतिथियों ने कहा कि एक और शासन विभिन्न क्षेत्रों में छोटे-छोटे कार्य करने वाले लोगों को पद्म भूषण जैसे सम्मान से सम्मानित कर रही है तो हमारे वैद्य जी जिन्हें देश की तमाम राजनीतिक सामाजिक धार्मिक जगत की जानी-- हस्तियों की नब्ज टटोलने व चिकित्सा करने के साथ ही अनेक ऐसे मृत प्राय लोगों को जीवन देकर अपने कुशल न नाड़ी ज्ञान व आयुर्वेद की महत्ता को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है उससे समूचा विंध्य ही नहीं ही समूचा राष्ट्र गौरवान्वित हो रहा है आज हम सभी मांग करते हैं कि विंध्य के गौरव नाड़ी विशेषज्ञ सरयू प्रसाद जी वैद्य को पद्म विभूषण सम्मान से अवश्य सम्मानित किया चाहिए।

मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित करते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विद संकाय के प्राध्यापक डॉक्टर नवल किशोर मिश्रा ने कहा कि जब मैं प्रयागराज के सुप्रसिद्ध वैद्य पृथ्वीराज सिंह के यहां गया तो उन्होंने कहा था आपके हनुमना में सरयू प्रसाद वैद्य जैसे चिकित्सक के रहते हुए यहां आने की आवश्यकता ही नहीं यही बात वाराणसी के वैद्य शशिकांत दीक्षित ने कहा कि सरयू प्रसाद जैसे वैद्य आपके हनुमना में है उनके रहते आपको बाहर भटकने की आवश्यकता नहीं। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी केशव गुप्ता ने कहा कि आज मैं देख रहा हूं कि नोएडा बिहार झारखंड झारखंड आदि तमाम प्रांतो के नंबर वाली गाड़ियां यहां खड़ी है आप सब इतनी बहुतायत संख्या में इस चमत्कारिक दवा को लेने पधारे देव तुल्य लोग यह सिद्ध कर रहे हैं कि वैद्य जी द्वारा दी जाने वाली प्रतिवर्ष यह चमत्कारिक दवा के कारण हनुमना का नाम समूचे देश में विख्यात हो रहा है जब से मैं जानता हूं वैद्य जी के द्वारा यह चमत्कारिक दवा निशुल्क देने के साथ ही आपका उत्कृष्ट नाड़ी ज्ञान ने देश की तमाम हस्तियों के नब्ज टटोले हैं आज जब देश के विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वाले कुछ लोगों को पद्म विभूषण दिया  जा रहा है तो मैं मध्य प्रदेश तथा केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि सरयू प्रसाद वैद्य जी जैसे आयुर्वेद जगत की विभूति को पद्म विभूषण अवश्य दिया जाना चाहिए। 

वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हनुमना नगर परिषद अध्यक्ष आशुतोष उर्फ सोनू गुप्ता ने कहा कि मैं बचपन से सुनता व देखता आया की शरद पूर्णिमा के दिन यह चमत्कारिक दवा लेने के लिए समूचे देश से लोग हनुमना की धरती पर आया करते हैं और आज तकरीबन 15 वर्षों से मैं स्वयं बखूबी देख रहा हूं की वैद्य जी के कारण हनुमना का नाम समूचे देश में जाना जा रहा है पहले में टीवी चैनलों में देखा करता था की वैद्य जी लोग जड़ी बूटियां से बड़े से बड़े मर्जो को ठीक कर देते थे उन सब खूबियों की साक्षात प्रतिमूर्ति लिए हुए हमारे पिता तुल्य देव तुल्य सरयू प्रसाद जी वैद्यजी स्वयं हम सबके सामने विराजमान है मैं नगर परिषद अध्यक्ष होने के नाते समूचे हनुमना नगर परिषद व मऊगंज जिले की ओर से भारत सरकार से मांग करता हूं कि बिंध्य के गौरव हनुमना की माटी के सपूत आदरणीय सरयू प्रसाद जी वैद्य को पद्म विभूषण  जैसे सम्मान से अवश्य सम्मानित करना चाहिए। 

कार्यक्रम के विशिष्ट तिथि समाज सेवी विजयपाल सिंह ने कहा कि पूज्य स्वामी माधवाचार्य जी महाराज ने यह जो चमत्कारिक दवा दी वह वैद्य जी की प्रतिभा को जानकर यह महत्वपूर्ण ज्ञान दिया था जिसे 70 वर्षों से आज भी वैद्य जी वह आप सब की निशुल्क सेवा करते चले आ रहे हैं इन्होंने अनेक मरणासन्न मृत घोषित हो चुके लोगों को भी अपने उत्कृष्ट नाड़ी ज्ञान के माध्यम से प्राणवायु फूंककर सुखी व स्वस्थ है जीवन प्रदान किया है मैं भी भारत सरकार से मांग करता हूं कि वैद्य जी को पद्म विभूषण जैसे सम्मान से सम्मानित करना चाहिए।

कार्यक्रम के सूत्रधार वैद्य विशेषज्ञ सरयू प्रसाद विद्या ने कहा कि यह आप सब के स्नेह प्यार वह कृपा का परिणाम है कि मुझे देश की तमाम हस्तियों के चिकित्सा करने व नब्ज टटोलने का शुअवसर प्राप्त होता रहा है। सभी ईश्वर में विश्वास कर आयुर्वेद की शरण रहेंगे। तो निश्चित पूर्ण स्वस्थ जीवन जिएंगे। 

श्री बैद्य ने विभिन्न प्रांतों से आए भारी संख्या में उमड़े जन सैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि बंधुओं आयुर्वेद ही जगत में एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो रुग्ण मानव शरीर के रोगों को समूल नष्ट कर पुनः स्वस्थ संजीव शरीर प्रदान करती है क्योंकि रोग पाचन क्रिया आयुर्वेद में ही है विश्व की अन्य चिकित्सा पद्धति में नहीं। कार्यक्रम दवा का वितरण ग्रहण काल रात्रि 1 बजकर 5 मिनट से 2:22 तक पूरा होने के बाद प्रारंभ किया गया जो पूरी रात चलने के साथ ही दोपहर तक श्री रामानुज आयुर्वेदिक औषधालय में भी दवा का वितरण चला रहा इस अवसर पर जहां समस्त अतिथियों का साल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। वही समस्त अतिथियों ने बैद्यजी को साल ओढ़ाकर सम्मानित किया। 

कार्यक्रम का सफल संचालन ब्यवस्थापक पत्रकार विकास परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा वरिष्ठ पत्रकार सम्पति दास वैद्य ने किया। कार्यक्रम में एडवोकेट कमलनयन केसरी जनार्दन दास  गुप्त विष्णु दास नारायणदास केशरी मधुसूदन दास गुप्त बालकृष्ण केसरी, एवं वैद्य परिवार के एक एक सदस्य की अत्यंत सराहनीय भूमिका रही।