उज्जैन महाकाल में भादो माह की दूसरी शाही सवारीः भगवान महाकाल ने10 स्वरूपों में दिए दर्शन , रामघाट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया पूजन

उज्जैन महाकाल में भादो माह की दूसरी शाही सवारीः 
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उज्जैन महाकाल में भादो माह की दूसरी शाही सवारीः भगवान महाकाल ने10 स्वरूपों में दिए दर्शन , रामघाट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया पूजन

उज्जैन। उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर से भादौ महीने के दूसरे सोमवार को भगवान महाकाल की शाही सवारी निकाली जा रही है। बाबा महाकाल 10 स्वरूपों में प्रजा काे दर्शन देने निकले हैं। शाम करीब 4 बजे कमिश्नर डॉ. संजय गोयल ने महाकाल के चंद्रमौलेश्वर व मनमहेश स्वरूप का पूजन किया। इसके बाद मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजाधिराज को सलामी दी। सवारी मंदिर से शिप्रा तट की ओर रवाना हो गई। 70 भजन मंडलियां भी आगे चल रही हैं। सवारी में 10 बैंड शामिल हैं। इनमें गणेश बैंड, भारत बैंड, रमेश बैंड, आरके बैंड, राजकमल बैंड समेत 5 अन्य बैंड भी भगवान के अलग-अलग मुखारविंद के साथ चल रहे हैं। शाही सवारी में राधा-कृष्ण और भगवान शिव की झांकी भी बनाई गई है।

शिप्रा नदी के तट पर सिंधिया ने किया पूजन मोक्षदायिनी मां शिप्रा के तट पर शाम करीब 6 बजे सवारी पहुंची। यहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भगवान का अभिषेक किया। हालांकि भीड़ ज्यादा होने से पालकी को पूजन स्थल तक पहुंचने में 15 मिनट का समय लग गया। इससे पहले सवारी के पूजन के लिए सिंधिया नाव की मदद से दूसरे किनारे से पूजन स्थल तक पहुंचे। अभिषेक पूजन के बाद सवारी रवाना हो गई। नदी के दूसरे तट से दत्त अखाड़ा की ओर से भगवान महाकाल का पूजन कर आरती की गई। शिप्रा के दोनों किनारों पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल का जयघोष किया। शिप्रा तट से सवारी गोपाल मंदिर मार्ग के लिए रवाना हो गई। संभावित भीड़ को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई। शाही सवारी का मार्ग करीब सात किलोमीटर का है। सवारी करीब 10 बजे तक महाकाल मंदिर वापस लौटेगी।

इससे पहले, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पत्नी साधना और बेटे कुणाल चौहान के साथ महाकाल मंदिर पहुंचे। CM ने कहा, 'पिछले सोमवार को जब महाकाल महाराज की शरण में आए थे, तब प्रदेश में अकाल की स्थिति थी। पानी के अभाव के कारण फसलें सूखने लगी थीं। किसानों के चेहरे मुरझाए थे। भारी संकट था। तब महाकाल महाराज के चरणों में बारिश के लिए प्रार्थना की थी। सच्चे हृदय से की जाने वाली प्रार्थना स्वीकार होती है। मैं महाकाल के चरणों में फिर प्रणाम करने आया हूं। सब सुखी हों, निरोग हों, सबका मंगल और कल्याण हो, ऐसी ही प्रार्थना है।'

सुरक्षा के लिए अन्य शहरों से बुलाया पुलिस बल प्रशासन ने सवारी मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए अन्य शहरों से भी पुलिस बल बुलवाया है। महाकाल मंदिर में दोपहर 3.30 बजे सभा मंडप में शाही सवारी की परंपरा अनुसार भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर व मनमहेश स्वरूप का पूजन कर पालकी को रवाना किया जाएगा। मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजाधिराज को सलामी देगी। शाही सवारी का कारवां शिप्रा तट की ओर रवाना होगा। यहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पूजन करेंगे। शाम 6 बजे शिप्रा नदी के रामघाट पर पूजन अर्चन करेंगे।pariwartantv