साधारण पिता की असाधारण कहानी! 4 बेटों में से 2 बने IAS-IPS, 2 को बनाया डॉक्टर, जिले में है परिवार का नाम

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साधारण पिता की असाधारण कहानी! 4 बेटों में से 2 बने IAS-IPS, 2 को बनाया डॉक्टर, जिले में है परिवार का नाम
सीवान के किसान व समाजसेवी उमेश कुमार उर्फ ललितेश्वर राय के बच्चों की सफलता की कहानी सिर्फ उनके गांव ही नहीं बल्कि पूरे सीवान में प्रसिद्ध है. खेती-किसानी कर पिता ने ना सिर्फ चारों बच्चों को अच्छी परवरिश के साथ शिक्षा दी बल्कि चारों बेटों को सफल भी बना दिया.
सीवान जिला के एक ऐसे साधारण पिता की हम बात करने जा रहे हैं. जिसे सभी को प्रेरणा लेने की जरूरत है. दरअसल, यह साधारण पिता की असाधारण कहानी है. उमेश कुमार उर्फ ललितेश्वर कुमार राय सीवान के तितरा गांव के रहने वाले हैं. इनके चार पुत्र हैं. चार में से दो बेटों को पढ़ा-लिखाकर आईएएस और आईपीएस बनाया है. वहीं दो बेटों को डॉक्टर बनाया है.
हर माता-पिता की उम्मीद अपने संतानों से होती है कि वह पढ़ लिखकर एक अच्छा इंसान बने और समाज में मान-सम्मान बरकरार रखे. किसान के लिए यह साधारण बात नहीं होती है. सीवान के किसान व समाजसेवी उमेश कुमार उर्फ ललितेश्वर राय के बच्चों की सफलता की कहानी सिर्फ उनके गांव ही नहीं बल्कि पूरे जिले में प्रसिद्ध है.आखिर हो भी क्यों ना, उनके एक नहीं बल्कि दो बेटे आईएएस-आईपीएस और दो बेटे डॉक्टर हैं.
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ललितेश्वर कुमार राय के सबसे बड़े पुत्र डॉ. कौशल किशोर राय समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं. इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव रहे. जमुई सहित कई जिलों के डीएम भी रह चुके हैं. अक्सर अपने गांव सीवान के तितरा आते रहते हैं. बता दें कि डॉ. कौशल किशोर राय वर्ष 2010 में यूपीएससी की परीक्षा में 49वां स्थान हासिल हुआ था. वहीं इनकी प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई.12वीं सीएचएस स्कूल से की. इसके बाद बीएचयू से ग्रेजुएशन किया और अंत मे केजीएमसी लखनऊ से एमडी किया.
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ललितेश्वर कुमार राय के दूसरे बेटे डॉ. नन्द किशोर राय पटना में डॉक्टर है. इस समय न्यू लाइफ हॉस्पिटल के डायरेक्टर हैं. इनकी प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई.12वीं सीएचएस स्कूल से किया. वहीं मोतिलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज से एमएस किया. यही नहीं इनकी पत्नी डॉ. मनीषा शर्मा भी डॉक्टर हैं और पटना के पारस हॉस्पिटल में कार्यरत हैं.
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बड़े भाई डॉ. कौशल किशोर राय ने 2010 में यूपीएससी क्रैक कर आईएएस अधिकारी बने तो. इसी के नक्शे कदम पर चलकर अगले साल जीनियर हरि किशोर राय ने भी यूपीएससी की परीक्षा क्रैक कर आईपीएस अधिकारी बन गए. वर्तमान में बीएमपी-16 के समादेष्टा हैं. कुछ माह सीतामढ़ी के पुलिस कप्तान थे. हालांकि इस समय समादेष्टा है. इनकी भी प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई. वहीं आईआईटी कानपुर से बीटेक किया है.
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ललितेश्वर प्रसाद राय के सबसे छोटे बेटे डॉ. बिरिजा किशोर डॉक्टर है. ये महाराष्ट्र के थाने में कार्यरत हैं. इनकी भी प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई. वहीं बिहार के दरभंगा मेडीकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर महाराष्ट्र के थाने चले गए. वहीं अपनी प्रैक्टिस करते हैं. किसान ललितेश्वर प्रसाद राय के चारो पुत्र शादी-शुदा हैं और अक्सर ग्रामीण कार्यक्रमों शिरकत करने के लिए गांव आते हैं. हालांकि किसान ललितेश्वर प्रसाद राय अपने पैतृक गांव तितरा में हैं रहकर खेती-बाड़ी करते हैं.hindi.news18