Cyber Crime: प्रदेश में साइबर क्राइम भी पसार रहा पांव
Sep 19, 2024, 18:03 IST
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Cyber Crime: प्रदेश में साइबर क्राइम भी पसार रहा पांव
पालमपुर। राष्ट्रीय स्तर पर जारी साइबर क्राइम के 2022 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में इस श्रेणी के 77 मामले दर्ज हुए हैं। 2022 में देश भर में साइबर क्राइम के कुल 64907 मामले सामने आए। इस सूची में 15297 मामलों के साथ तेलंगाना पहले, 12556 मामलों के साथ कर्नाटक दूसरे, 10117 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे और 8249 मामलों के साथ महारष्ट्र चौथे स्थान पर है। नई-नई तकनीकों का उपयोग जहां काम में सरलता व गति के लिए उपयोगी साबित हो रहा है वहीं शातिर प्रवृति के लोग इन तकनीकों का गलत इस्तेमाल करने से भी पीछे नहीं रह रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में साल 2014 में साइबर क्राइम से संबंधित 38, 2015 में 50, 2016 31, 2017 में 35, 2018 में 69, 2019 में 76, 2020 में 98, 2021 में 70 और 2022 में 77 मामले सामने आए।
जागरूक हो रही जनता और पुलिस की मदद से साइबर क्राइम से जुड़े लोगों को पकड़ा भी जा रहा है इसके बावजूद ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में साइबर क्राइम से जुड़े सबसे अधिक मामले 2020 में दर्ज हुए थे। शातिर मोबाइल फोन पर नए-नए प्रलोभनों से लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं, तो जानकारी के अभाव में भी लोगों से धोखाधड़ी की जा रही है। प्रदेश में सामने आ रहे साइबर क्राइम के मामलों के पीछे अपराधियों के विभिन्न मोटिव रहे हैं। 2022 में साइबर क्राइम के सबसे अधिक 28 मामले फ्रॉड से जुड़े थे तो 15 मामलों में यौन शोषण मुख्य कारण रहा। दस मामलों में किसी की प्रतिष्ठा को आंच पहुंचाने के लिए साइबर तकनीक का सहारा लिया गया, वहीं पैसों की जबरदस्ती वसूली से जुड़े 14 मामले भी दर्ज किए गए।jsr
जागरूक हो रही जनता और पुलिस की मदद से साइबर क्राइम से जुड़े लोगों को पकड़ा भी जा रहा है इसके बावजूद ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में साइबर क्राइम से जुड़े सबसे अधिक मामले 2020 में दर्ज हुए थे। शातिर मोबाइल फोन पर नए-नए प्रलोभनों से लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं, तो जानकारी के अभाव में भी लोगों से धोखाधड़ी की जा रही है। प्रदेश में सामने आ रहे साइबर क्राइम के मामलों के पीछे अपराधियों के विभिन्न मोटिव रहे हैं। 2022 में साइबर क्राइम के सबसे अधिक 28 मामले फ्रॉड से जुड़े थे तो 15 मामलों में यौन शोषण मुख्य कारण रहा। दस मामलों में किसी की प्रतिष्ठा को आंच पहुंचाने के लिए साइबर तकनीक का सहारा लिया गया, वहीं पैसों की जबरदस्ती वसूली से जुड़े 14 मामले भी दर्ज किए गए।jsr