मंदिर में खून पड़ा होने से ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी।

मंदिर में खून पड़ा होने से ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी।
 
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मंदिर में खून पड़ा होने से ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी।

मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में संतान के लिए चरथावल थाना क्षेत्र के गांव रोनीहरजीपुर मंदिर में कबूतर की बलि देने के मामले में पुलिस ने तांत्रिक समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंदिर में खून पड़ा होने से ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने आरोपियों पर पशु क्रूरता अधिनियत की धारा की बढ़ोतरी की। पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता करते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि गत 30 मई को चरथावल थाना क्षेत्र के गांव रोनीहरजीपुर में स्थित एक मंदिर में एक मूर्ति व फर्श पर खून के छींटे मिले थे। इस पर ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की आशंका जाहिर की थी।

गांव के ही मुकेश ने अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसएसपी अभिषेक सिंह ने इस मामले में सीओ सदर के राजू कुमार साव के नेतृत्व में टीम गठित की थी। एसपी सिटी ने बताया कि चरथावल पुलिस ने गांव के तांत्रिक ऋषिपाल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सख्ती से पूछताछ के बाद गांव के मनीश उर्फ मोनू, सुभाष व इन्द्रपाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में बताया कि 24 साल से इंद्रपाल की पत्नी को बच्चे नहीं हो रहे थे। सुभाष ने इंद्रपाल को बताया कि गांव के मनीश की पत्नी को भी बच्चे नही थे, लेकिन तांत्रिक ऋषिपाल द्वारा कराए गए अनुष्ठान के बाद मनीश के घर में बच्चा हो गया। उसके बाद सुभाष, मनीश व इंद्रपाल तांत्रिक ऋषिपाल के पहुंचे। तांत्रिक ने किसी जानवर की बलि देने के लिए कहा, लेकिन बालाजी की पूजा करने पर इंद्रपाल ने जानवर की बलि देने से इंकार कर दिया। उसके बाद तांत्रिक ने कबूतर की बलि देने केलिए कहा। उसके बाद तीन आरोपी जंगल से कबूतर को पकडकर ले आए और मंदिर में पहुंचकर उसकी बलि दे दी। किसी को शक न होने इसलिए आरोपियों ने मंदिर के शीशे तोड़ दिए। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान कर दिया है।jsr