TMC में तीन साल से नहीं हुई आरकेएस की बैठक
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TMC में तीन साल से नहीं हुई आरकेएस की बैठक
टीएमसी। डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में 2021 के बाद से रोगी कल्याण समिति की कोई भी बैठक नहीं हो पाई है। लगभग तीन साल का अरसा बीत जाने के बाद भी आरकेएस रोगी कल्याण समिति की कोई बैठक या मंत्रणा नहीं हो पाई है। डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की अंतिम बैठक पिछली भाजपा सरकार के समय हुई थी, उसके बाद अभी तक सुक्खू सरकार कोई भी बैठक नहीं कर पाई है, जिसके चलते रोगी कल्याण समिति की कोई भी बैठक न हो पाने के कारण अस्पताल के कई कार्य व प्रक्रियाएं पेंडिंग पड़ गई हैं। कुछ टेंडर प्रक्रियाएं रोगी कल्याण समिति की बैठक न होने की वजह से लटक गई हैं। कुछ टेंडरों की समय अवधि भी समाप्त हो चुकी है और उन्हें ऐसे ही आगे सरकाया जा रहा है।
पार्किंग, कैंटीन से लेकर अन्य ग्राउंड स्तर के कार्य जिसमें रेट्स जैसी प्रक्रियाओं को अमलीजामा आरकेएस की बैठकों में ही निर्धारित किया जाता है, सब लटक गई हैं। किसी भी अस्पताल का वार्षिक बजट जैसी महत्त्वपूर्ण प्रक्रियाएं रोगी कल्याण समिति जैसी बैठकों में ही आंकलन व निर्धारण किया जाता है। प्रदेश के दूसरे बड़े अस्पताल टांडा मेडिकल कालेज में 2021 के बाद रोगी कल्याण समिति की कोई बैठक न होना बड़े आश्चर्य की बात है। अस्पताल का वार्षिक लेखा- जोखा रोगी कल्याण समिति की बैठकों में मंथन किया जाता है प्रदेश के अन्य अस्पतालों में रोगी कल्याण समिति की ऑफलाइन या समय के अभाव या दूरी के कारण ऑनलाइन बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं, लेकिन टांडा अस्पताल में न कोई ऑनलाइन और न ही कोई ऑफलाइन बैठक हो पाई है और न ही कोई सुगबुगाहट है। कैसे हर वर्ष बिना रोगी कल्याण समिति की बैठकों के बिना बजट या अन्य महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं या लिए गए होंगे। कुछ ऐसी टेंडर प्रक्रियाएं भी होती हैं, जिनमें वर्ष के अंत में शुल्क संबंधित विषयों को घटाया या बढ़ाया जाता है|jsr