प्रथम राष्ट्रपति श्रद्धेय डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी की 139वीं जयंती पर कोटिशः नमन ……

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प्रथम राष्ट्रपति श्रद्धेय डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी की 139वीं जयंती पर कोटिशः नमन ……
दिल्ली। संविधान सभा के अध्यक्ष, देश के पहले राष्ट्रपति श्री राजेंद्र बाबू के जन्म दिन पर श्रद्धांजलि,ग्राम स्वराज दिवस के रूप में मनाने का आह्वान।
आज, विद्वता,सादगी एवं त्याग की प्रतिमूर्ति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद (3 दिसम्बर 1884 – 28 फरवरी 1963) की 139वीं जयंती है। इस अवसर पर उन्हें कोटिशः नमन!!
बाबू राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे और 1950 से 1962 तक रहे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे जिन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका अदा की । वह संविधान निर्माण की संविधान सभा के अध्यक्ष थे और उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान दिया था, जिसकी परिणति 26 जनवरी 1950 को भारत की स्थापना एक गणतंत्र के रूप में हुई थी। पूरे देश में अत्यन्त लोकप्रिय होने के कारण उन्हें राजेन्द्र बाबू या देशरत्न कह कर पुकारा जाता है।
विगत वर्षों से बलवंत राय मेहता पंचायती राज फ़ाउंडेशन एवं ऑल इंडिया पंचायत परिषद ने निर्णय लिया है कि उनका जन्म दिवस ग्राम स्वराज दिवस के रूप में हर वर्ष मनाया जाएगा क्योंकि उन्होंने गांधीजी के साथ मिलकर चंपारण सत्याग्रह ,जोकि देश का पहला शांतिपूर्ण अवज्ञा आंदोलन था, किसानों के हित की रक्षा के लिए ही किया था और उनकी प्रेरणा से ही ऑल इंडिया पंचायत परिषद की स्थापना गांधी के ग्राम स्वराज के स्वप्न को साकार करने के लिए हुई थी।
यह बहुत अफ़सोस की बात है कि देश के पहले राष्ट्रपति और स्वतंत्र देश के सबसे बड़े पद संविधान सभा के अध्यक्ष होने के बावजूद उनका जन्मदिन देश भर में नहीं मनाया जाता जबकि दूसरे राष्ट्रपति राधा कृष्णन जी का जन्म दिन पाँच सितंबर और पहले प्रधानमंत्री नेहरू जी का जन्मदिन 14 नवंबर तथा दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दो अक्टूबर को पूरे देश में मनाया जाता है। राजेंद्र बाबू जैसे महत्व पूर्ण निष्कलंक और निष्कलुष व्यक्तित्व और स्वतंत्रता सेनानी, देश के पहले राष्ट्रपति और संविधान सभा के अध्यक्ष का अपमान देश की व्यवस्था चलाने वाले राजनेताओं,राजनीतिक दलों और देश वासियों द्वारा किया जा रहा अब तक का घोर तिरस्कार बहुत ही दुखद है। राजेन्द्र बाबू एक आम आदमी के सच्चे प्रतिनिधि रहे और आजीवन रहे ; राष्ट्रपति बनने के बाद भी उनका जीवन एकदम सामान्य आदमी की तरह ही रहा ।
ऑल इंडिया पंचायत परिषद कार्य समिति एवं बलवंत राय मेहता पंचायती राज फ़ाउंडेशन की ओर से श्रद्धेय राजेंद्र बाबू के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ उन्हें पुनः शत शत नमन।
जय पंचायती राज
शीतला शंकर विजय मिश्र
न्यासी सचिव BRMPRF
महामंत्री मुख्यालय AIPP
3-12-2023