जिंदगी से लड़ते लड़ते मौत से जंग अंततः हार गए परिक्षित चौबे

रायगढ़ छत्तीसगढ़ रायगढ़ में एक बाद एक चाहे वह राजनेता हो, समाज सेवी हो, पत्रकार हो या पुलिस के जवान, हेल्थ वर्कर हो कोरोना के कहर ने किसी को नहीं छोड़ा है। और आज आयी रायगढ़ के मशहूर बैडमिंटन और बॉक्सिंग के खिलाड़ी परीक्षित चौबे के दुःखद निधन की खबर ने सभी को विचलित कर The post जिंदगी से लड़ते लड़ते मौत से जंग अंततः हार गए परिक्षित चौबे first appeared on saharasamachar.com.
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जिंदगी से लड़ते लड़ते मौत से जंग अंततः हार गए परिक्षित चौबे

रायगढ़ छत्तीसगढ़

रायगढ़ में एक बाद एक चाहे वह राजनेता हो, समाज सेवी हो, पत्रकार हो या पुलिस के जवान, हेल्थ वर्कर हो कोरोना के कहर ने किसी को नहीं छोड़ा है। और आज आयी रायगढ़ के मशहूर बैडमिंटन और बॉक्सिंग के खिलाड़ी परीक्षित चौबे के दुःखद निधन की खबर ने सभी को विचलित कर दिया। वे 48 वर्ष के थे और शहर के पुरानी बस्ती रामगुड़ी पारा के निवासी थे। और नटवर स्कूल में शिक्षक थे। वे स्वर्गीय राजीवरतन चौबे के भतीजे थे।

परिवार में सभी को कोरोना हो रखा था। उनके निधन की खबर लगते ही पूरे शहर में शोक की लहर है। विदित हो की एक हफ्ते पहले ही इनके चाचा राजीवरतन चौबे का भी कोरोना में निधन हो गया था।

परीक्षित चौबे, सोनू एक मिलन सार हंसमुख युवक के साथ अच्छा बैडमिंटन खिलाड़ी थे। परीक्षित चौबे शुरू से प्रतिभावान रहे थे । उच्च शिक्षा के दौरान वे एनसीसी के नेशलन परेड आरडीसी में शामिल हुए थे खेलों में रुचि के कारण बॉक्सिंग में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। वहीं बैडमिंटन में धर्मशाला हिमाचल में हुए राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने हुए छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया था।

आपको बता दें कि 4 वर्ष पहले चेन्नई में परीक्षित चौबे के हृदय का सफल प्रत्यारोपण भी हुआ था। हार्ट ट्रांसप्लांट बहुत महंगा और सामान्य परिवार के पहुंच के बाहर था। ऐसे में परीक्षित चौबे के इलाज व हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए उनके साथियों सहित लायंस क्लब, एफटूएफ फाउंडेशन, रायगढ़ स्टेडियम बैडमिंटन संघ, शिक्षाकर्मी संघ समेत, शहर के समाजसेवियों ने निजी तौर पर उनकी सहायता की थी। और उस समय वे जिंदगी की जंग जीती ली थी।

जिंदगी से लड़ते लड़ते परिक्षित चौबे ( सोनू ) मौत से जंग अंततः हार गए । अपने हार्ट का सफल ट्रांसप्लांट होने के बाद अपनी जिजीविशा से अपनी माँ का सूयोग्य पुत्र ,एक अच्छा पति और बच्चों का ध्यान रखने वाले पिता थे तथा योग्य शिक्षक के रूप में स्कूली बच्चों को मार्गदर्शन दे रहें थे। वे एक नेक दिल इंसान के साथ अच्छे बैडमिंटन खिलाड़ी थे।

विगत दिनों में वे अपनी माँ का करोना इलाज करा रहें थे । करोना ने इस शहर के अच्छी खासी , हस्ते खेलते परिवारों को ग्रहण लगा दिया हैं । ईश्वर पुण्यात्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को दुख सहने की शक्ति दे ।

परीक्षित चौबे ( सोनू ) के आकस्मिक निधन पर छत्तीसगढ़ बैडमिंटन संघ के सभी सम्मानित सदस्यों ने गहरा दुख व्यक्त किया है ।

रायगढ़ जिला बैडमिंटन परिवार के प्रवीर शाह,अकरम खान, भगवानदास बजाज , अरूण बेरीवाल ,सुभाष अग्रवाल ,विष्णु अग्रवाल ,राजेश अग्रवाल , सीबी पांडेय ,कल्पेश पटेल ,मनोज अग्रवाल ,राजेश यादव ,अजय थवाईत ,कुंदन सिंह ,उमेश पटेल ,संजय श्रीवास्तव ,राजेंद्र तिवारी , ऑस्टिन जॉर्ज, जय यादव ,श्याम गुप्ता, सभी बैडमिंटन खेल प्रेमियों व समस्त खेल संघों के खिलाड़ियों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

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