सनातन धर्म विवाद पर पहली बार बोले पीएम मोदी-' DMK नेता उदयनिधि के बयान का सही से जवाब देना चाहिए'
सनातन धर्म विवाद पर पहली बार बोले पीएम मोदी-
Updated: Sep 6, 2023, 22:38 IST
Photo by google
सनातन धर्म विवाद पर पहली बार बोले पीएम मोदी-' DMK नेता उदयनिधि के बयान का सही से जवाब देना चाहिए'
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उचित प्रतिक्रिया की जरूरत है। पीएम मोदी ने केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कहा कि इस मुद्दे का जवाब तथ्यों के आधार पर दिया जाना चाहिए। उन्होंने 'इंडिया' और 'भारत' को लेकर भी स्पष्ट निर्देश दिए कि जो लोग भी इसके लिए अधिकृत हैं, सिर्फ वे ही इस मसले पर बयान दें। दरअसल, उदयनिधि स्टालिन ने नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण न दिए जाने को सनातन धर्म के अनुयायियों द्वारा भेदभाव का एक उदाहरण बताया था। इसके एक दिन बाद पीएम मोदी का बयान सामने आया है।
क्या है मामला? दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने बीते शनिवार को बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म बीमारी की तरह है। इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने इसकी तुलना मलेरिया और डेंगू से की थी। तमिलनाडु में 'संतानम उन्मूलन सम्मेलन' आयोजित किया गया था। इसी दौरान वे बोल रहे थे। माफी मांगने से किया इनकार उदयनिधि ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने से भी इनकार कर दिया है। उन्होंने बार-बार कहा है कि वह अपनी टिप्पणियों के लिए किसी भी कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं। सूत्रों की मानें तो उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल से मंजूरी लेने की कोशिश की जा रही है। बयान के बाद सियासत तेज भाजपा ने मंत्री की टिप्पणी को लेकर दावा किया कि यह नरसंहार के आह्वान के बराबर है। हालांकि, इसे द्रमुक नेता ने नकार दिया था। उदयनिधि की टिप्पणी ने नए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' को भी मुसीबत में डाल दिया है। साल के अंत में होने वाले राज्य चुनावों और अगले साल आम चुनाव से पहले इससे गठबंधन की काफी फजीहत हो रही है।pariwartantv
क्या है मामला? दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने बीते शनिवार को बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म बीमारी की तरह है। इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने इसकी तुलना मलेरिया और डेंगू से की थी। तमिलनाडु में 'संतानम उन्मूलन सम्मेलन' आयोजित किया गया था। इसी दौरान वे बोल रहे थे। माफी मांगने से किया इनकार उदयनिधि ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने से भी इनकार कर दिया है। उन्होंने बार-बार कहा है कि वह अपनी टिप्पणियों के लिए किसी भी कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं। सूत्रों की मानें तो उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल से मंजूरी लेने की कोशिश की जा रही है। बयान के बाद सियासत तेज भाजपा ने मंत्री की टिप्पणी को लेकर दावा किया कि यह नरसंहार के आह्वान के बराबर है। हालांकि, इसे द्रमुक नेता ने नकार दिया था। उदयनिधि की टिप्पणी ने नए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' को भी मुसीबत में डाल दिया है। साल के अंत में होने वाले राज्य चुनावों और अगले साल आम चुनाव से पहले इससे गठबंधन की काफी फजीहत हो रही है।pariwartantv