शनिवार को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, 178 साल बाद बनेगा अद्भुत संयोग, राशियों पर भी पड़ेगा बड़ा असर, जानें टाइम-धार्मिक महत्व

शनिवार को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण
 

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ग्रहण के समय रात्रि होने से यह घटना भारत में नहीं दिखेगी। अक्‍टूबर के महीने में 15 दिन के अंतर से सूर्यग्रहण तथा चंद्रग्रहण होने जा रहे हैं जिनमें से चंद्रग्रहण भारत में दिखेगा ।

Surya Grahan/ Solar Eclipse 2023 : नवरात्रि के ठीक एक दिन पहले यानि 14 अक्टूबर शनिवार को साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण शनिवार को रात में 8:34 से शुरू होगा, जो मध्य रात्रि 2:25 पर समाप्त होगा। खास बात ये है कि यह ग्रहण अश्विन मास की अमावस्या तिथि को कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा।इस दिन सर्वपितृ अमावस्या भी है।यह ग्रहण कंकणाकृती सूर्य ग्रहण होगा, जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है।हालांकि यह भारत में नहीं दिखाई देगा, ऐस में सूतककाल भी मान्य नहीं होगा, लेकिन इसका राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा।

इन देशों में दिखेगा सूर्य ग्रहण

नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि 14 अक्‍टूबर शाम भारत में जब सूर्य अस्‍त होता दिखेगा तब वह कुछ देर बाद पश्चिमी देशों मेक्सिको, सेंट्रल अमेरिका, कोलिम्बिया ,ब्राजील आदि में वलयाकार सूर्यग्रहण के रूप में दिखेगा । ग्रहण पथ दक्षिणी कनाडा के तट से प्रशांत महासागर में शुरू होगा । पश्चिमी देशों में होने वाला यह सूर्यग्रहण एन्‍यूलर या वलयाकार सूर्यग्रहण होगा । रात्रि 8 बजकर 33 मिनिट 50 सेकंड पर ग्रहण की घटना आरंभ होगी । रात 11 बजकर 29 मिनिट 32 सेकंड पर यह अधिकतम ग्रहण की स्थिति में होगा । इसके बाद रात्रि 2 बजकर 25 मिनिट 16 सेकंड पर यह समाप्‍त हो जायेगा ।

क्या होता है वलयाकार सूर्यग्रहण

सारिका ने बताया कि ग्रहण के समय रात्रि होने से यह घटना भारत में नहीं दिखेगी। अक्‍टूबर के महीने में 15 दिन के अंतर से सूर्यग्रहण तथा चंद्रग्रहण होने जा रहे हैं जिनमें से चंद्रग्रहण भारत में दिखेगा । वही अगला सूर्यग्रहण 8 अप्रैल 2024 पूर्ण सूर्यग्रहण और 2 अक्‍टूबर 2024 को वलयाकार सूर्यग्रहण होगा लेकिन ये भी भारत में दिखाई नहीं देंगे ।

सारिका ने बताया कि एक गणितीय अनुमान के अनुसार पश्चिमी देशों में होने जा रही इस खगोलीय घटना का कुछ न कुछ भाग विश्‍व की लगभग 13 प्रतिशत से अधिक आबादी देख सकेगी वहीं वलयाकार ग्रहण की स्थिति को केवल 0.41 प्रतिशत आबादी ही देख सकेगी ।  एन्‍यूलर या वलयाकार सूर्यग्रहण तब होता है जब चंद्रमा ,सूर्य को पूरी तरह नहीं ढ़क पाता है क्‍योंकि वह पृथ्‍वी से दूर होता है । इस‍ स्थिति में चंद्रमा के चारों ओर प्रकाश का एक घेरा बन जाता है । वलयाकार ग्रहण के दौरान कोरोना नहीं दिखाई देता है ।

कब लगता है सूर्य ग्रहण?

हिंदू धर्म में ग्रहण का बड़ा महत्व है। खगोलीय और धार्मिक दोनों दृष्टियों से सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है।जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो सूरज की रोशनी धरती तक पहुंच नहीं पाती है। इसे ही सूर्य ग्रहण का नाम दिया गया है। कंकणाकृती सूर्यग्रहण वह कहलाता है, जब चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी इतनी होती है कि चंद्रमा सूर्य के एकदम बीचो-बीच आ जाता है, ऐसी स्थिति में सूर्य के चारों तरफ एक रिंग नुमा आकृति बन जाती है, इस ग्रहण को वलयाकार सूर्यग्रहण भी कहा जाता है।

178 साल बाद दुर्लभ योग, राशियों पर पड़ेगा असर

ज्योतिष के मुताबिक, साल 2023 का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्‍टूबर 2023, शनिवार को सर्व पितृ अमावस्‍या के दिन लग रहा है, उसके तुरंत बाद 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू होगी, ज्‍योतिष शास्‍त्र के अनुसार यह दुर्लभ योग 178 साल बाद बन रहा है। वही ग्रहण के समय सूर्य और बुध दोनों की कन्या राशि में विराजमान रहेंगे, ऐसे में बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। माना जा रहा है कि ऐसा ग्रहण सन् 1845 में पड़ा था। उसके 178 साल बाद अब ऐसा संयोग बन रहा है।

किस राशि पर कैसा पड़ेगा असर?

  • मिथुन राशि को धन, समृद्धि और वृद्धि के योग है, वही कारोबार और करियह में भी तरक्की मिलने के आसार है।लंबे समय से अटका और फंसा हुआ पैसा वापस मिल सकता है। तुला राशि को पद, पैसा और प्रतिष्ठा मिल सकती है। समाज में मान-सम्मान बढ़ सकता है। भाग्य के सहयोग से धन की प्राप्ति हो सकती है।
  • मकर राशि को आय में बढ़ोतरी होगी औ भाग्य का साथ मिलेगा। भूमि, भवन या वाहन की खरीदी संबंधी योजना बना सकते हैं।पूर्व में निवेश किया है तो उस निवेश में आपको लाभ देखने को मिलेगा।सिंह राशि के लिए मिला जुला रहेगा। लंबे समय से रुके हुए काम एक बार फिर से शुरू हो सकते हैं लेकिन वाणी पर संयम रखें, क्रोध से काम बिगड़ सकते है।
  • वृश्चिक राशि को पूर्व में किए गए निवेश से लाभ हो सकता है। कामों में सफलता मिलेगी। इस अवधि में आत्मविश्वास बढ़ सकता है। कारोबार में बहुत मिलने के योग है।धनलाभ के योग बन रहे है।मेष राशि को वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है। वाद-विवाद से दूर रहने का प्रयास करें।शत्रु पक्ष हावी हो सकता है।
  • कन्या राशि को भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है।कोई भी फैसला लेने से पहले सोच-विचार जरूर करें।वरना बड़ा नुकसान हो सकता है। धनु राशि को सूर्य ग्रहण के दिन राहु के प्रभाव से कुछ नुकसान हो सकता है। व्यवसाय और व्यापार में धन हानि के संकेत मिल रहे हैं। वाणी पर संयम रखें और वाद-विवाद से दूर रहें।

ग्रहण के बारे में कुछ खास –

  • एक साल में अधिकतम 5 सूर्यग्रहण और 2 चंद्रग्रहण हो सकते हैं।
  • एक साल में न्‍यूनतम 2 सूर्यग्रहण तो होंगे ही ।
  • सामान्‍य रूप से साल में 4 ग्रहण होते हैं ।
  • गणितीय अनुमान के अनुसार सन 3000 तक से विगत 5 हजार सालों में 11898 सूर्यग्रहण की गणना की गई है जिसमें लगभग 35 प्रतिशत आंशिक ग्रहण 33 प्रतिशत वलयाकार ग्रहण 27 प्रतिशत पूर्णसूर्यग्रहण तथा 5 प्रतिशत हाईब्रिड सूर्यग्रहण हैं ।

भारतीय समायानुसार सूर्यग्रहण –

  • आंशिक सूर्यग्रहण आरंभ रात्रि 08:33:50 PM
  • वलयाकार सूर्यग्रहण आरंभ रात्रि 09:40:11 PM
  • अधिकतम सूर्यग्रहण रात्रि 11:29:32 PM
  • वलयाकार सूर्यग्रहण समाप्ति रात्रि 01:19:01 AM
  • आंशिक सूर्यग्रहण समाप्ति रात्रि 02:25:16 AM
  • (Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, saharasamacharकिसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)