अमर शहीद मेहता एवं लोकनायक जे पी की आत्मा कराह रही है -
 

शीतला शंकर विजय मिश्र मुख्य महामंत्री ने कहा -
 
 

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अमर शहीद मेहता एवं लोकनायक जे पी की आत्मा कराह रही है -

शीतला शंकर विजय मिश्र मुख्य महामंत्री ऑल इंडिया पंचायत परिषद,न्यासी सचिव बलवंत राय मेहता पंचायत पंचायती राज फ़ाउंडेशन,बलवंत राय मेहता पंचायत भवन, मयूर विहार फ़ेज़ -1 दिल्ली - ने कहा है।

दिल्ली। ऑल इंडिया पंचायत परिषद [अखिल भारतीय पंचायत परिषद ] की वर्तमान दशा पर त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के जनक एवं परिषद के संस्थापक अध्यक्ष अमर शहीद बलवंत राय मेहता एवं लोक नायक जय प्रकाश नारायण की आत्मा स्वर्ग में कराह रही है जिसके लिए श्री सुबोध कांत सहाय (भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री) जी आप और आपके धन एवं पद लोलुप सहयोगी ज़िम्मेदार हैं।

आपने,अपने निजी लाभ के लिए 2013 में संस्था के प्रबंध तंत्र को विवादास्पद बना दिया और 2017 में रजिस्ट्रार आफ सोसाइटीज ने आदेश जारी कर के प्रबंध कारिणी समिति को विवादास्पद घोषित कर दिया है तथा न्यायालय सिविल जज दिल्ली ने आपको मान्यता नहीं दी, आपकी सदस्यता को वैध नहीं माना, फिर भी आप, अपने को अध्यक्ष घोषित किए हुए हो जिसका दूर गामी परिणाम क्या होगा उसकी जानकारी हमको और आपको है जिसे संस्था और आपके हित में सार्वजनिक करना उचित नही होगा ।

आपकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी बनती है कि समय रहते प्रबंध तंत्र के विवाद को दूर करने का उपक्रम कीजिए पद, धन लोभ त्यागिए परिषद से अपना निष्कासन स्वीकार कीजिए ताकि रजिस्ट्रार आफ सोसाइटीज राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से रजिस्ट्रेशन एक्ट की धारा 19 के अंतर्गत सर्व मान्य गवर्निग बाडी की सूची जारी हो सके और सदा के लिए ऑल इंडिया पंचायत परिषद का विवाद समाप्त हो जाय ।

 पंचायती राज आंदोलन को आगे बढ़ाने, पंचायती राज की तीसरी सरकार क़ायम करने एवं परिषद की अस्मिता की रक्षा तथा उद्देश्यों की पूर्ति के लिए आप जैसे स्वार्थी व्यक्ति की संस्था को कोई आवश्यकता नहीं है। मेरा,आपसे आग्रह है कि शुद्ध अंतःकरण एवं पवित्र मन, दृढ़ इक्षा शक्ति के साथ परिषद की परिस्थितियों पर खुले दिमाग़ से विचार करके विगत वर्षों की घटित घटनाओं एवं अपने अहंकार को त्याग कर अपनी पार्टी और अपने लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र राँची की राजनीति में सम्मिलित होइए।

 लोगों से मुझ पर अनर्गल दबाव डलवाना एवं अपनी ब्लैक मेलिंग की कोशिश अब बंद कीजिए , बहुत हो चुका अब आपको कोई भी पद देने की स्थिति में संस्था तैयार नहीं है। भविष्य में आपका मान बना रहे इसके लिए आपको ही अपना आचरण, क्रिया कलाप सुधारना होगा। हमारा आपको मशविरा है कि ..
दुश्मनी जम कर कीजिए पर इतनी गुंजाइश रहे कि कभी हम मिल जाएँ तो शर्मिंदगी न हो
जयपंचायती राज ।