अकेले गेहूं का आटा खाना सेहत के लिए नहीं है फायदेमंद
Nov 30, 2024, 17:40 IST
| 
Photo by google
अकेले गेहूं का आटा खाना सेहत के लिए नहीं है फायदेमंद
उन्होंने कहा वैसे तो भारत जैसे देश में पूरे साल एक ही तरह का आटा खाने का चलन नहीं है। मगर शहर की बिजी लाइफ में लोग समय की कमी के कारण ज्यादातर गेहूं के आटे के पैकेट ही इस्तेमाल करते हैं। मगर यह सेहत के लिए सही नहीं है। लगातार गेहूं की रोटी खाने से होने वाले नुकसान पर बात करते हुए न्यूट्रिशनिस्ट ने कहा, ''लगातार इसके सेवन से पाचन क्रिया में परेशानी आ सकती है। गेहूं में मौजूद ग्लूटेन के कारण अक्सर कई लोगों के लिए इसे पचाना मुश्किल हो जाता है। इससे भोजन पाचने की समस्याओं के साथ गैस की समस्या की सामना भी करना पड़ सकता है।''
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह वजन बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स से कैलोरी का इनटेक बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को मोटापे जैसी समस्या आने लगती है। इसके साथ ही यह ब्लड शुगर को भी बढ़ाने का काम करती है। जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बना रहता है। इससे साथ ही गेहूं का आटा कोलेस्ट्रॉल के साथ ब्लड प्रेशर के असंतुलन का भी कारण बनता है, जिससे व्यक्ति को भविष्य में हार्ट डिजीज का खतरा बना रहता है। गेहूं के आटे के बेस्ट रिप्लेसमेंट के बारे में बात करते हुए कहा, ''इस आटे को अकेले न खाकर इसमें चने का आटा मिलाया जा सकता है। इसके अलावा इसमें रागी, बाजरा, जौ और मक्का का आटा भी मिलाकर लिया जा सकता है। इसके साथ ही मिलेट्स भी सेहत के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।jsr