सिगरेट पीने से पुरुषों में कम हो सकती है पिता बनने की क्षमता
Apr 19, 2025, 09:41 IST
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सिगरेट पीने से पुरुषों में कम हो सकती है पिता बनने की क्षमता
इस विषय पर आईएएनएस ने सीके बिरला अस्पताल के डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर से खास बातचीत की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि धूम्रपान करने से पुरुषों के शुक्राणुओं की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, जिसका सीधा असर उनकी प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। सिगरेट से शुक्राणुओं की गतिशीलता और उनकी संख्या पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। सिगरेट में मौजूद निकोटिन और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे हानिकारक तत्व इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। अगर लंबे समय तक सिगरेट पीना जारी है, तो निश्चित तौर पर स्थिति और ज्यादा गंभीर हो सकती है।
फोर्टिस अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. परेश जैन ने भी चेतावनी दी है कि सिगरेट पीने से पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह न केवल पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी) का एक कारण हो सकता है, बल्कि शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता को भी कम करता है। सिगरेट में मौजूद निकोटीन और हानिकारक रसायन रक्त वाहिकाओं को संकुचित करते हैं, जिससे लिंग में रक्त प्रवाह कम होता है। यह ईडी का प्रमुख कारण बन सकता है। धूम्रपान रक्त वाहिकाओं की आंतरिक परत को भी नुकसान पहुंचाता है और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को कम करता है, जिससे कामेच्छा और ईडी की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
इसके अलावा, सिगरेट का सेवन शुक्राणुओं के डीएनए को नुकसान पहुंचा सकता है। यह भ्रूण के विकास को भी प्रभावित कर सकता है और गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है। सिगरेट के विषाक्त पदार्थ ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाते हैं, जो शुक्राणु कोशिकाओं को नष्ट करता है। डॉ. जैन ने पुरुषों से धूम्रपान छोड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा, "धूम्रपान न केवल आपके समग्र स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह आपकी प्रजनन क्षमता को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और धूम्रपान से दूरी बनाकर पुरुष अपनी प्रजनन क्षमता को बेहतर कर सकते हैं।"jsr