बस दुर्घटना में 42 घायल 11की हालत गंभीर 100 से अधिक सवारी बस में थी।

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सूरत से झारखंड जा रही तेज रफ्तार सवारियों से खचाखच भरी बस नशे में धुत ड्राइवर की लापरवाही से पलटी
सम्पति दास गुप्त द्वारा।
हनुमना- मंगलवार सुबह 9:45 बजे के करीब मऊगंज जिले के हनुमान बाईपास डीपी ढाबा के सामने सूरत गुजरात से झारखंड जा रही तेज रफ्तार पीहू बस सर्विस की बस क्रमांक ए आर 11 डी 2090 जो सवारी से खचाखच भरी थी, वही सवारियों की माने तो चालक नशे में धुत था ऊपर से एमपी आरडीसी की सड़क की उबड़ खाबड बनावट से जहां बस अनियंत्रित होकर पलट जाने से जहां 42 सवारियां घायल हो गई वही 11 की हालत गंभीर होने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमान में प्राथमिक उपचार के बाद संजय गांधी चिकित्सालय रीवा के लिए रेफर कर दिया गया।
घटना की सूचना पाकर तत्काल एसडीएम रश्मि चतुर्वेदी मुख्य नगर पालिका अधिकारी अरुण त्यागी राजस्व अमला के साथ हनुमान थाने का पुलिस बल जहां पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य में जुड़ गया वहीं अनेक समाजसेवी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विष्णु दास गुप्ता अखिलेश सोनी वाहन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता महेश यादव आदि ने घायलों को बस से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया तथा उनके सामानों को सुरक्षित करवाया।
उल्लेखनीय है कि एक्सीडेंट का मंजर इतना भयावह था कि बस प्लेन रोड पर पलटी थी लेकिन वह इतनी रफ्तार में थी कि लोग काफी घायल हो गए वहीं लोग दहशत में चीख पुकार रहे थे, एसडीम रश्मि चतुर्वेदी ने तत्काल दो-दो क्रेन मंगवा कर बस को सीधा कराया तथा उसमें फंसे लोगों के सामान बाहर निकलवाए अनेक सवारी के मोबाइल पर कुछ के गहने भी गायब थे यद्यपि पूरा प्रशासन तथा स्वयं से भी लोग भी लोगों की मदद में जुटे थे।
इधर घटना की सूचना पाकर तत्काल विधायक प्रदीप पटेल सर्वप्रथम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमान पहुंचकर घायलों से मिलकर उन्हें तथा परिजनों को शांत्वना होना उनके साथ युवा समाजसेवी सुमित गुप्ता अभय विशाल गुप्ता आदि ने भी घायल एवं परिजनों के मदद में लगे दिखे।
आरटीओ मनीष तिवारी पर भी उठे सवाल जहां एक और शासन ने स्पष्ट निर्देश जारी कर रखे हैं कि राष्ट्रीय परमिट तथा टूरिस्ट की परमिट वाले बेसन की अधिकतम गति सीमा 70 से 80 किलोमीटर के पार नहीं होनी चाहिए इस पर होने पर तत्काल उनके विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए लेकिन कहीं ना कहीं रीवा आरटीओ मनीष त्रिपाठी जो वर्षों से यहां जमे हुए हैं जिनके संरक्षण में दर्जनों की संख्या में एसी बसें रात दिन दौड़ती है जिनका ना तो फिटनेस होता है फिटनेस भी हुआ तो वास्तव में वे अनफिट होती है, वहीं उनकी रफ्तार इतनी तेज होती है कि 100 से 120 किलोमीटर तक की रफ्तार कब किसकी जानलेवा दुर्घटना हो जाए भगवान ही मालिक होता है यही कारण है कि आए दिन ऐसी दुर्घटनाएं इन टूरिस्ट की बसों से ही हुआ करती है या तो सहयोग था कि इसमें कोई भी यात्री की मौत नहीं हुई। दूसरी और एमपी आरडीसी द्वारा निर्मित सड़क कहीं दबी हुई है कहीं गड्ढे हैं उनकी पैकिंग नहीं है पैकिंग भी जहां है वह उबड खबर प्लेन नहीं की गई है ना तो टर्निंग पॉइंट का ठीक से टर्निंग बनाया जाता है ना ही सड़क के रख रखाव का ठेकेदारों द्वारा ध्यान दिया जाता है अधिकारी मोटी रकम लेकर फिटनेस जारी कर देते हैं।
मोटवा की पहाड़ी पर सुबह ही गई थी एक जान। घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर मोटवा की पहड़ी जो दुर्घटना प्वाइंट बन चुका है आए दिन ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती है आज सुबह तकरीबन 7:00 बजे चौराहे पर ही सड़क दुर्घटना में बताया जाता है कि एक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के लेडियारी निवासी युवक की मौत हो गई। घायलों से मिलकर घटनास्थल पर पहुंचे विधायक प्रदीप पटेल ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह घटना अति दुखद है मैं अभी अस्पताल में घायलों से मिलकर आ रहा हूं सभी का इलाज चल रहा है कुछ लोग संजय गांधी अस्पताल रीवा के लिए रेफर किये गये है ।
चिकित्सकों ने बताया है कि घायलों में किसी की भी हालत ऐसी नहीं है जो विशेष नाजुक हो। घटना के कारण के बारे में कहा कि आरटीओ एवं अन्य संबंधित अधिकारियों से बात कर घटना की जांच कराई जाएगी जो भी दोषी होगा उनके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही होगी। मोटवा की पहड़ी चौराहे पर ओवर ब्रिज बनाने के सवाल पर कहा कि ब्लैक पॉइंट घोषित हो चुका है सैगरी आवश्यकता अनुसार ओवर ब्रिज या अंडर ब्रिज आवश्यकता अनुसार बनाया जाएगा।
एसडीएम रश्मि चतुर्वेदी ने घटना के कर्म के बारे में कहा कि तेज रफ्तार बस में तकरीबन 100 सवारियां थी ऊपर से ट्रांसपोर्टिंग का काफी माल लोड था और वही सवारी की माने तो चालक शराब के नशे में धुत था साथ ही डीपी ढाबा के पास स्थित पुल से गाड़ी लहराने लगी जहां पर एक गड्ढा भी था उसके बाद गाड़ी आकर तेज रफ्तार बुरी तरह पलट कर दुर्घटनाग्रस्त हो गई यह पूछे जाने पर की घटना का मूल कारण बस का अनफिट होना तथा एमपी आरडीसी की रोड भी जिम्मेदार है आरटीओ एवं एमपी आरडीसी के अधिकारियों को जांच के आदेश दिए गए हैं उन्होंने कहा इस विषय में बात हो रही है जो भी दोषी होगा उनके विरुद्ध कार्यवाही होगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमना के बीएमओ डॉ नागेंद्र मिश्रा ने बताया कि कल 42 घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है जिनका इलाज चल रहा है जिम 11 लोगो को गंभीर चोट होने से प्राथमिक उपचार के बाद संजय गांधी चिकित्सालय रीवा के लिए रेफर कर दिया गया है तथा शेष का इलाज चल रहा है।