मानवाधिकार का कार्यक्रम मऊगंज में सफलता पूर्वक संपन्न
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मानवाधिकार का कार्यक्रम मऊगंज में सफलता पूर्वक संपन्न
मऊगंज। शासकीय शहीद केदार महाविद्यालय में योग एवं मानवाधिकार एसोसियेशन के तत्वावधान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में डॉ. अजय चौधरी, योगाचार्य, राष्ट्रीय कल्याण सचिव एवं प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश ने मुख्य वक्ता के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज की।
योग प्राणायाम सूक्ष्म व्यायाम के माध्यम से बच्चों को स्वस्थ रहने की सलाह दी एवं अश्वगंधा, सर्पगंधा, गिलोय, तुलसी, दाहिमन के औषधि गुण को बताते हुए उन पर बृहद जानकारी दी।
इस आयोजन का उद्देश्य योग और मानवाधिकारों के महत्व को उजागर करना था। डॉ. अजय चौधरी ने अपने संबोधन में योग के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने और मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और समाज सेवियों ने भाग लिया और इसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। यह आयोजन महा विद्यालय और समाज के लिए प्रेरणा दायक साबित हुआ।
कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तित्वों की उपस्थिति रही, जिनमें रामपाल नामदेव, स्वतंत्रता के अधिकार पर विंदु बार जानकारी दी राकेश मौर्य, मूल अधिकार एवं कर्तव्य के विकास विषय पर प्रकाश डालें डॉ. रजनीश कांत मिश्रा, ने संस्था के उद्देश्य एवं महिला अधिकार के विषय पर बताया गया ।
जिला प्रभारी जयप्रकाश पांडेय, मऊगंज जिले में गांव गांव तक विस्तार करने का संकल्प लिया रामेश्वर प्रसाद पांडे, ने समता का अधिकार पर विस्तृत जानकारी दी एवं न्याय दिलाने का संकल्प लिया अरुण द्विवेदी, शिक्षा के अधिकार पर जानकारी दी राजेश कुमार समाज में हो रहे अन्य अत्याचार अनाचार को रोकने के लिए अधिकारों के प्रति सजग रहने के विषय पर चर्चा की महाविद्यालय के प्रोफेसर
ने कार्यक्रम के उद्देश्यों और संदेश को सराहा।
यह आयोजन योग और मानवाधिकारों की समझ को बढ़ाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा गया। प्रतिभागियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए और इस प्रकार के आयोजनों को नियमित रूप से करने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य एल,एल मिश्रा ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने योग और मानवाधिकारों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि योग न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करता है, बल्कि यह आत्म- अनुशासन और सकारात्मक जीवनशैली को भी प्रोत्साहित करता है।
मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने अधिकारों के साथ-साथ दूसरों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों को समाज के लिए प्रेरणादायक बताते हुए इसके लिए आयोजकों को बधाई दी।
कार्यक्रम का मंच संचालन नंदलाल एवं बृजेंद्र चौधरी द्वारा किया गया, जिन्होंने अपनी कुशलता और प्रभावी शैली से पूरे आयोजन को सफलता पूर्वक संचालित किया। उनकी प्रस्तुति ने कार्यक्रम में ऊर्जा और अनुशासन बनाए रखा, जिससे सभी उपस्थित प्रतिभागी और अतिथि पूरी तरह से जुड़े रहे।
उनके संचालन ने कार्यक्रम के संदेश और उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।