भारी बारिश में सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे कलेक्ट्रेट - हाथियों को रेस्क्यू करने लगाई गोहार
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भारी बारिश में सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे कलेक्ट्रेट - हाथियों को रेस्क्यू करने लगाई गोहारअनूपपुर / हमारा गांव संगठन के सैकड़ों ग्रामीण भारी बारिश के बीच शुक्रवार 12 जुलाई की दोपहर कलेक्ट्रेट पहुँचे । कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने तत्परता दिखलाते हुए पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पंवार और पुष्पराजगढ विधायक फुन्देलाल सिंह की उपस्थिति में जिला पंचायत सदस्य रंजीत सर्राटी और ग्रामीणों से मिले, उनकी बातों को ध्यान पूर्वक सुना और उनका ज्ञापन लिया। कलेक्टर ने 24 घंटे के भीतर कार्यवाही शुरु करने का आश्वासन दिया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हाथियों की समस्या से निजात पाने के लिये हमारा गाँव संगठन के प्रदेश सचिव रंजीत सर्राटी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री,मप्र शासन, भोपाल के नाम कलेक्टर अनूपपुर को ज्ञापन सौंपने ग्राम गोबरी, कल्याणपुर, गोरसी, गौरेला, वेंकटनगर, चोलना, खूंटाटोला, कांसा, लखनपुर, केकरपानी सहित अन्य गाँव. के सैकड़ों लोग कलेक्ट्रेट अनूपपुर पहुंचे।
विषयान्तर्गत उन्होंने कलेक्ट्रेट श्री वशिष्ठ को बतलाया कि विगत कुछ वर्षों से छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे अनूपपुर जिले के जैतहरी ,अनूपपुर, कोतमा के ग्रामीण क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ से आए हाथियों की दहशत है। इसी वर्ष कई महीने से ये जंगली हाथी ग्रामीणों की फसलों, घरों और उनके जीवन को नुकसान पहुंचा रहे हैंऔर लिये बडा खतरा बन गये हैं। आए दिन इनकी घुसपैठ से फसलें नष्ट हो रही हैं , घरों को नुकसान हो रहा है और लोगों की जानें जा रही हैं । इन्हे रोकने ,इन्हे हटाने के काम में वन विभाग और स्थानीय प्रशासन असफल साबित हुआ है। हमारा गाँव संगठन के प्रदेश सचिव ,जिला पंचायत सदस्य रंजीत सर्राटी के नेतृत्व में गोबरी, गौरेला, कांसा, लखनपुर,केकरपानी, ठेंगरहा, दुधमनिया सहित अन्य गाँव ग्रामीणों ने कलेक्टर को बतलाया कि जंगली हाथियों के हमले से ग्रामीण परेशान और भयभीत हैं । कुछ लोगों की जान चली गयी थी और ग्रामीणों- वन विभाग में विवाद की स्थिति बनने पर ग्रामीणों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया है। श्री सर्राटी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र सौंप कर सरकार से मांग की है कि ----
1. अनूपपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से हाथियों को तत्काल रेस्क्यू किया जाए।
2. मप्र सरकार यह स्थायी व्यवस्था करे कि हाथियों के कारण हमारे गाँव के छात्र- छात्राओं ,किसानों, मजदूरों एवं ग्रामीणों को डर कर ना रहना पड़े ।
3. वन विभाग और प्रशासन इन जंगली हाथियों को यहाँ से दूर खदेड़ने में विफल रहा है। इसकी पुख्ता व्यवस्था हो कि हाथी हमारे कृषि, घर और जान - माल का नुकसान ना कर पाएं।
4. हम इस प्रदर्शन और आज सौंपे जा रहे पत्र के माध्यम से स्थानीय प्रशासन और मप्र सरकार को सूचित कर रहे हैं कि 15 दिन के भीतर हमारे ग्रामीण क्षेत्र से हाथियों का रेस्क्यू किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो हम जैतहरी मार्ग मे वृहद चकाजाम आन्दोलन करेंगे और कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करेंगे। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने ग्रामीणों को ध्यान से सुना और उन्हे आश्वस्त किया कि तत्काल हाथियों से बचाव के लिये हर संभव उपाय किये जाएगें ।
इस अवसर पर रंजीत सर्राटी जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य फुन्दे लाल सिंह, सोहन सिंह, चोखन सिंह, सरपंच भूपेंद्र सिंह ,शिवनारायण सिंह, रमेश सिंह मरावी, रोहणी सिंह, दिव्यांशु सिंह, सुधार सिंह के साथ अन्य लोग उपस्थित थे।