Raisen: खेतों में खड़ी और कटी पड़ी फसलों की फल्लियां पौधे से हो रहीं अलग
खेतों में खड़ी और कटी पड़ी फसलों की फल्लियां पौधे से हो रहीं अलग
Sep 13, 2024, 18:00 IST
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खेतों में खड़ी और कटी पड़ी फसलों की फल्लियां पौधे से हो रहीं अलग
रायसेन। अतिवर्षा से हर वर्ष हो रही खराब फसल..... जिले मे के खरीफ सीजन की उडद सोयाबीन तिल आदि फसलें अति वर्षा की चपेट में आ गई।जिससे किसानों की उपज सड़ने लगी।किसानों ने बताया कि उड़द और सोयाबीन मूंग की फसल अतिवर्षा से खराब हो रही है। इससे किसानों को हर वर्ष लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। पिछले वर्ष से उड़द, मूंग की उपज भी कम हो गई है। जिसके कारण इनका बोवाई का रकबा कम हो गया है। इन दिनों मूंगफली का रकवा बढ़ गया है।
जिले में खरीफ फसलों की कटाई किसानों ने शुरू कर दी और बारिश भी पीछा नहीं छोड़ रही है। खेतों में कटी पड़ी उड़द, मूंग सोयाबीन तिल की फसल को नुकसान होने लगा है। खेत पानी से लबालब भर गए हैं, जिससे पेड में लगी फलियां अपने आप गिरने लगी है। हालांकि खेतों में कटी पड़ी फसल के बचाव का कार्य किसानों द्धारा किया जा रहा है। जिले में उड़द 115.20 हेक्टेयर, मूंग 2.5 हेक्टेयर, सोयाबीन 24.10 हेक्टेयर, मूंग 1.03 तिल ढाई हेक्टेयर में फसल बोई गई थी। यह बोवाई जून के अंत और जुलाई की शुरूआत में हुई थी।
सितंबर में दोनों फसलें पक कर तैयार हो गई हैं। किसानों ने फसलों की कटाई शुरू कर दी है। कटाई शुरू होते ही बारिश होने लगी है। मंगलवार की रात्रि से बुधवार के दिन भर हुई बारिश से खेत लबालब भर गए हैं। बारिश के पानी में गिरने लगी फल्लियां.... किसान जगदीश मांझी और विजय यादव ने बताया कि तीन दिन तक तो उड़द और मूंगसोयाबीन की फसल सही सलामत थी। दो तीन दिनों से आ अब बारिश ऐसी हुई कि खेतों में पानी ही पानी दिखाई देने लगा है। फसल डूबने से फलियों को नुकसान होने लगा है। पेड के डंठल से लगी फल्लियां या कमजोर होकर गिरने लगी है। पेड उठाने पर फल्लियां जमीन में गिरने लगी हैं। तीन दिन पहले कटी फसल को नुकसान..... किसान बबलू राजपूत और श्यामसुंदर यादव कमल सिंह मालवीय ने बताया कि तीन दिन पहले से धान सोयाबीन फसल पर इल्लियां चट कर रही हैं।फसल कटाई शुरू कर दी थी।jsr
जिले में खरीफ फसलों की कटाई किसानों ने शुरू कर दी और बारिश भी पीछा नहीं छोड़ रही है। खेतों में कटी पड़ी उड़द, मूंग सोयाबीन तिल की फसल को नुकसान होने लगा है। खेत पानी से लबालब भर गए हैं, जिससे पेड में लगी फलियां अपने आप गिरने लगी है। हालांकि खेतों में कटी पड़ी फसल के बचाव का कार्य किसानों द्धारा किया जा रहा है। जिले में उड़द 115.20 हेक्टेयर, मूंग 2.5 हेक्टेयर, सोयाबीन 24.10 हेक्टेयर, मूंग 1.03 तिल ढाई हेक्टेयर में फसल बोई गई थी। यह बोवाई जून के अंत और जुलाई की शुरूआत में हुई थी।
सितंबर में दोनों फसलें पक कर तैयार हो गई हैं। किसानों ने फसलों की कटाई शुरू कर दी है। कटाई शुरू होते ही बारिश होने लगी है। मंगलवार की रात्रि से बुधवार के दिन भर हुई बारिश से खेत लबालब भर गए हैं। बारिश के पानी में गिरने लगी फल्लियां.... किसान जगदीश मांझी और विजय यादव ने बताया कि तीन दिन तक तो उड़द और मूंगसोयाबीन की फसल सही सलामत थी। दो तीन दिनों से आ अब बारिश ऐसी हुई कि खेतों में पानी ही पानी दिखाई देने लगा है। फसल डूबने से फलियों को नुकसान होने लगा है। पेड के डंठल से लगी फल्लियां या कमजोर होकर गिरने लगी है। पेड उठाने पर फल्लियां जमीन में गिरने लगी हैं। तीन दिन पहले कटी फसल को नुकसान..... किसान बबलू राजपूत और श्यामसुंदर यादव कमल सिंह मालवीय ने बताया कि तीन दिन पहले से धान सोयाबीन फसल पर इल्लियां चट कर रही हैं।फसल कटाई शुरू कर दी थी।jsr