MP की इस विधानसभा सीट पर दो सगे भाई आमने-सामने: सांसद प्रतिनिधि ने बीजेपी प्रत्याशी का किया विरोध, निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान

MP की इस विधानसभा सीट पर दो सगे भाई आमने-सामने:
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MP की इस विधानसभा सीट पर दो सगे भाई आमने-सामने: सांसद प्रतिनिधि ने बीजेपी प्रत्याशी का किया विरोध, निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान

नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का डंका बज चुका है। कांग्रेस की दूसरी सूची के बाद भाजपा ने शनिवार यानी 21 अक्टूबर को 92 प्रत्याशियों की सूची जारी करदी है। वहीं नर्मदापुरम विधानसभा से भाजपा ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान विधायक डॉ सीतासरन शर्मा को टिकिट देकर चौथी बार भरोसा जताया है। अब होशंगाबाद-इटारसी सीट से सगे भाई डॉक्टर सीतासरन शर्मा भाजपा से और गिरिजाशंकर शर्मा कांग्रेस से आमने-सामने चुनाव लड़ेंगे। वहीं पूर्व जनपद अध्यक्ष भगवती चौरे ने नाराजगी जाहिर कर चुनाव लड़ने की बात कही है।

सगे भाईयों के बीच रोचक मुकाबला
होशंगाबाद-इटारसी सीट से सगे भाईयों के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा। वहीं टिकट की दौड़ में शामिल वर्तमान में सांसद प्रतिनिधि और पूर्व जनपद अध्यक्ष भगवती चौरे ने पार्टी से बगावत करते हुए देर शाम अपने समर्थकों के साथ रामजी बाबा समाधि स्थल पर एकत्र हुए। जहां टिकट वितरण को लेकर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा दोनों ही बड़ी पार्टी ने एक ही परिवार के सदस्य को टिकट दिया। मैं इसका विरोध करता हूं। उन्होंने कहा मैं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा करता हूं।

भगवती चौरे ने की चुनाव लड़ने की घोषणा
मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व जनपद अध्यक्ष भगवती चौरे ने बताया कि बड़े आश्चर्य का विषय तो मध्य प्रदेश की होशंगाबाद नर्मदापुरम विधानसभा में हुआ की दो सगे भाई भारती जनता पार्टी और कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे। अभी-अभी अधिकृत रूप से उनकी घोषणा हुई है। जब यह सुना और लोगों के फोन आए तो मैंने इसका निर्णय लिया।

उन्होंने कहा मैं एक छोटा जनसेवक हूं। मुझे जनमानस का प्यार भी मिला है। सभी ने कहा कि बेहतर कदम बढ़ाना चाहिए। इन्हीं सब बातों को लेकर सभी उपस्थित हुए। जनमानस के लिए सभी ने जब मुझे संबल दिया की एक बड़ा फैसला लेना चाहिए जन सेवादल के ऊपर से भी हो सकती है। होशंगाबाद विधानसभा से मैं स्वयं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में इस विधानसभा से अपनी उम्मीदवारी घोषित करता हूं। लेकिन मुझसे कोई बड़ा जनसेवक सामने आए तो उसे आगे करेंगे परंतु कोई नहीं मिलता है तो इस विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा करता हूं।

वहीं उन्होंने भाजपा से इस्तीफे को लेकर बताया कि पार्टी ने जो किया मुझसे नहीं पूछा मेरी जिम्मेदारी यह काम है। भारतीय जनता पार्टी में जो हुआ उससे मैं बेचैन हूं और विचलित हूं। वहीं आम लोग भी इससे विचलित हैं। अब सब पार्टी का विवेक पर निर्भर करता है। पार्टी के ऊपर छोड़ते फैसले को है।

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