राज्य स्तरीय जल संसद, जलाभिषेक अभियान का आयोजन एव शुभारम्भ 11 अप्रैल को -

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राज्य स्तरीय जल संसद, जलाभिषेक अभियान का आयोजन एव शुभारम्भ 11 अप्रैल को -
भोपाल। शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के द्वारा 11 अप्रैल 2022 को रायसेन जिले में राज्य स्तरीय जल संसद का कार्यक्रम आयोजित है उक्त कार्यक्रम में ही मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुअल वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से जलाभिषेक अभियान अन्तर्गत किये जाने वाले कार्यो का प्रदेशव्यापी शुभारम्भ करेंगे, विशेष रूप से जिलो में चिन्हित किये गये अमृत सरोवर एवं पुष्कर धरोहर अभियान अन्तर्गत अप्रारम्भ कार्यो का भी प्रदेश व्यापी शुभारम्भ करेंगे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा स्वप्निल वानखडे IAS द्वारा जलाभिषेक अभियान अन्तर्गत प्रत्येक जनपद पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन कर वर्षा जल संरक्षण, भू-जल संवर्धन एवं ग्रे-वाटर प्रबंधन के कार्यो का शुभारम्भ किया जाने के निर्देश जारी किए गए हैं जिसमे माननीय मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम का प्रसारण अपरान्ह 12ः00 बजे से प्रारम्भ होगा, इसके पूर्व प्रातः 09ः00 बजे से सभी ग्राम पंचायतो में ग्राम सभा का आयोजन कर नवीन कार्यो का शुभारम्भ किया जाना है।
ग्राम सभा का आयोजन उसी स्थान पर किया जाये जहां पर वृहद आकार का कोई नवीन कार्य प्रारम्भ किया जाये। ग्राम सभा में जनप्रतिनिधियो की सहभागिता बनाने हेतु आमंत्रित किया जावे। उक्त ग्रामसभा में ग्राम पंचायत के सभी सदस्य जल संरक्षण एवं संवर्धन कार्यो के हितग्राही, पुष्कर धरोहर अभियान और वाटशेड परियोजनाओ के उपयोग कर्ता समूह सदस्य,देवारण्य उपयोजना के हितग्राही,महिला स्वसहायता समूह सदस्य,जनअभियान परिषद के प्रतिनिधियो को आमंत्रित किया जावे।
▪️ग्रामसभा आयोजन के पश्चात ग्राम पंचायत में जल यात्रा, जल शपथ का आयोजन किया जावे।
मुख्यमंत्री द्वारा राज्य स्तरीय जल संसद कार्यक्रम का लाईव टेलीकाष्ट सभी ग्राम पंचायतो में प्रसारित किया जाये। प्रसारण देखने व सुनने हेतु आवश्यक व्यवस्थायें करते हुये ग्रामीण जनो को आमंत्रित किया जावे।
श्री वानखडे द्वारा जिले के सभी ग्राम पंचायतो में जलाभिषेक अन्तर्गत जल संरक्षण,भू-जल सम्वर्धन एवं ग्रे-वाटर प्रबंधन के कार्यो को सर्वोच्य प्राथमिकता देते हुये प्रारम्भ कराये तथा निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण कराया जाने हेतु संबंधित अधिकारियो/कर्मचारियो को निर्देशित किया। जलाभिषेक अभियान में स्थानीय जनो के सहयोग से पानी बचाने एवं प्रबंधन के कार्य किये जायें।
‘‘ जल संरक्षण हमारा दायित्व ही नही कर्तव्य भी है’’