जब पब्लिक से नहीं मिलेंगे, तो सेवाएं कैसे दे पाएंगे...

जब पब्लिक से नहीं मिलेंगे
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जब पब्लिक से नहीं मिलेंगे, तो सेवाएं कैसे दे पाएंगे

सतना समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सभी विभाग प्रमुख और खंड स्तरीय अधिकारियों को स्पष्ट किया है कि वे आम जनता से मिले और निराकृत हो सकने वाली सभी समस्याओं का अपने स्तर से ही मौके पर निराकृत करें।

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उन्होंने कहा कि हम सब पब्लिक सर्विस के लिए ही कार्यरत हैं। जब पब्लिक से नहीं मिलेंगे, तो सेवाएं कैसे दे पाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि बहुधा ऐसी समस्याएं लेकर आमजन कलेक्टर या जनप्रतिनिधियों के पास पहुंचते हैं, जिनका निराकरण स्थानीय स्तर पर आपके द्वारा किया जा सकता है। विभाग प्रमुख अथवा खंड स्तर के अधिकारियों के नहीं मिलने पर आम जनता को इधर-उधर भटकना पड़ता है।

कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि सभी अधिकारी आम जनता से मिलना सुनिश्चित करें और उनके स्तर से हो सकने वाले कामों को समय-सीमा में निराकृत करें। इस मौके पर आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, अपर कलेक्टर राजेश शाही, सभी एसडीएम, सीएमओ नगरीय निकाय और विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान सभी विभागों को उनके यहां सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण का वेटेज प्रतिशत बढ़ाकर जिले को ‘बी’ श्रेणी में लाने के निर्देश दिए हैं। सतना जिला इस सप्ताह 58.58 प्रतिशत का वेटेज लेकर ‘डी’ श्रेणी और छठवें स्थान पर है। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में ग्रेडिंग के अंतिम दिनों की प्रतीक्षा नहीं करें। दैनिक रूप से आ रहे प्रकरणों सहित लंबित प्रकरणों के निराकरण की गति शुरू से ही बना कर रखें। शिकायतों को समय पर अटेंड करें और संतुष्टि पूर्ण निराकरण करें। मार्च माह की अभी 4840 शिकायतें लंबित है। इस सप्ताह 682 शिकायतें निराकृत हुई है। मार्च अंत तक लगभग 7 हजार शिकायतें कुल होंगी। अगले 20 दिनों में इनके निराकरण पर विशेष जोर दें।

अस्पतालों की व्यवस्था सुधारें
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में सीएमओ, सिविल सर्जन और बीएमओ से जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की उपचार सेवाओं और व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति में मरीज सबसे पहले विकासखंड के मुख्यालय के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचते हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाओं में सुधार लाएं। उन्होंने एसडीएम को भी अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों का सुबह-शाम समय-समय पर आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए।

जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ रेखा त्रिपाठी से साल भर का डॉक्टर ड्यूटी रोस्टर और अनुपालन के संबंध में की गई कार्यवाही की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिना कलेक्टर की अनुमति और जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार आने तक सिविल सर्जन का वेतन आहरित नहीं किया जाएगा। सीएम हेल्पलाइन के बीएमओ वार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सभी 663 शिकायतें शीघ्र निराकृत करने के निर्देश दिए।